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ED raids in West Bengal: शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ईडी का एक्शन, कोलकाता में 9 ठिकानों पर छापा

ED raids in West Bengal प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए कोलकाता के नौ अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। इनमें बड़ाबजार, काकुरगाछी और ईएम बाइपास शामिल हैं।

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ED raids

ED raids in 9 places in kolkata

कोलकाता। पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ईडी ने बड़ा एक्शन लेते हुए कोलकाता में 9 जगहों पर छापेमारी की है। ईडी स्कूल सेवा आयोग द्वारा की गई शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता के आरोपों की जांच कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार ईडी की नौ टीमों ने शहर के व्यस्त इलाके बड़ाबजार, काकुरगाछी और ईएम बाइपास में विभिन्न संदिग्ध लोगों के दफ्तर और आवास पर छापा मारा।
छापेमारी कर रही ईडी की टीम में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय नौकरी घोटाले मामले में यह छापेमारी हमारे जांच का हिस्सा है। ये सभी लोग इस घोटाले में शामिल थे। हम बैंक और अन्य दस्तावेजों की तलाश कर रहे हैं। बता दें कि गौ तस्करी घोटाले में गिरफ्तार किए गए एक व्यक्ति से मिली खुफिया जानकारी के बाद यह तलाशी अभियान गुरुवार की सुबह चलाया गया।

घोटाले में टीएमसी की भूमिका की जांच की जा रही
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में जेल में बंद टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य की जमानत की मांग वाली याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय से जवाब मांगा है। बता दें कि ईडी ने पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य को पिछले साल 11 अक्टूबर को कथित तौर पर जांच में सहयोग नहीं करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह नादिया जिले की पलाशीपारा सीट से सत्तारूढ़ टीएमसी विधायक हैं। शीर्ष अदालत ने पहले पश्चिम बंगाल में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ भट्टाचार्य की याचिका को खारिज कर दिया था, यह देखते हुए कि ईडी की कार्रवाई अवैध नहीं थी।
भट्टाचार्य के अलावा भी इस घोटाले की जांच के सिलसिले में साल 2022 में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की 46.22 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी और अभी हाल ही में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुचिरा को भी कई बार ईडी द्वारा पूछताछ के लिए तलब किया गया। ऐसा माना जाता रहा हैं कि ईडी इस घोटाले में टीएमसी से जुड़े तारों को खंगाल रही हैं।