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मैं न्यायाधीश हूं बिकाऊ भुजिया या लड्डू नहीं

कलकत्ता हाईकोर्ट में शुक्रवार को न्यायाधीश शेखर बॉबी सर्राफ को पैसे से प्रभावित करने का मामला सामने आया। इसके बाद न्यायाधीश ने खुद को मामले से अलग करते हुए टिप्पणी की कि मैं कलकत्ता उच्च न्यायालय का न्यायाधीश हूं, न कि बिकाऊ लड्डू या भुजिया, जो आप खरीद लेंगे।

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मैं न्यायाधीश हूं बिकाऊ भुजिया या लड्डू नहीं

मैं न्यायाधीश हूं बिकाऊ भुजिया या लड्डू नहीं

हल्दीराम मामले से न्यायाधीश ने नाम वापस लिया
न्यायाधीश को प्रभावित करने की कोशिश

न्यायाधीश ने खुद को मामले से अलग करते हुए टिप्पणी की
कोलकाता. कलकत्ता हाईकोर्ट में शुक्रवार को न्यायाधीश शेखर बॉबी सर्राफ को पैसे से प्रभावित करने का मामला सामने आया। इसके बाद न्यायाधीश ने खुद को मामले से अलग करते हुए टिप्पणी की कि मैं कलकत्ता उच्च न्यायालय का न्यायाधीश हूं, न कि बिकाऊ लड्डू या भुजिया, जो आप खरीद लेंगे।
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अब एक चलन बन गया
उन्होंने कहा कि यह अब एक चलन बन गया है। अधिवक्ताओं को और सतर्क रहने की जरूरत है।
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ये है मामला
न्यायाधीश सर्राफ की अदालत में खाद्य निर्माता हल्दीराम की सम्पत्ति से जुड़े मामले की सुनवाई चल रही थी। हल्दीराम की तरफ से वकील हरीश साल्वे पैरवी कर रहे थे।

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एक वकील उनके चेंबर में आया और पैसे देकर उन्हें प्रभावित करने की कोशिश

सुनवाई के दौरान न्यायाधीश शेखर बॉबी सर्राफ ने उन्हें बताया कि हल्दीराम की ओर से एक वकील उनके चेंबर में आया और पैसे देकर उन्हें प्रभावित करने की कोशिश की।
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शख्स के साथ सम्पत्ति विवाद
हल्दीराम का महेश अग्रवाल नाम के शख्स के साथ सम्पत्ति विवाद चल रहा है। जज को प्रभावित करने को कोलकाता के कानून जगत के कई लोग पहला मामला बता रहे है। जिसमें न्यायाधीश ने खुद ही मामले को प्रभावित करने का आरोप लगाया है।

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आया पार्थ चटर्जी का नाम

कलकत्ता हाईकोर्ट में शुक्रवार को एसएलएसटी शिक्षक नियुक्ति मामले की सुनवाई के दौरान राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी का नाम भी सामने आया। न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय की अदालत में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान एसएससी के पूर्व सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा से जिरह के दौरान सामने आए दस्तावेज में वर्ष 2020 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के ओएसडी की सिफारिश की बात सामने आई है।