इस दिन दिल्ली से राज्य के मानिकचक, बरवान और काशीपुर बेलगछिया विधानसभा क्षेत्र में आभासीय रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने ममता बनर्जी की ओर से केंद्र पर पश्चिम बंगाल में कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराने के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी वैक्सिन को लेकर राज्य के लोगों को भ्रमित कर रही हैं। वे कह रही हैं कि केन्द्र बंगाल को वैक्सीन नहीं दे रहा है। जब बंगाल में वैक्सीन की कमी है तो लोगों को वैक्सीन देने की संख्या दिन पर दिन कैसे बढ़ रहा है। दस साल मुख्यमंत्री रहने के बावजदू उन्हें यह हिसाब समझ में नहीं आ रहा है।
इस दौरान पीएम मोदी, अमित शाह और खुद को बाहरी किए जाने के लिए उन्होंने ममता बनर्जी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ममता दीदी हम सभी को बाहरी कह रही हैं। लेकिन हम लोगों ने बंगाल और बंगाल के सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों को देश भर में फैलाना और य़य़उन पर अमल करने का काम कर रहे हैं। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के एक देश, एक निशान, एक संविधान और एक प्रधान के विचार को अमल में लाते हुए कश्मीर से 370 हटाया। असल में हम लोग बाहरी नहीं बंगाल के हैं।
बांग्ला भाषा की प्रशंसा करते हुए नड्डा ने कहा कि बांग्ला भाषा कितनी मीठी भाषा है। लेकिन जब ममता दीदी बोलती है तो पता नहीं बांग्ला भाषा की मिठास कहा चली जाती है। ममता दीदी प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और उनके बारे में क्या-क्या नहीं कहा। दीदी जो संस्कृति दिखाती हैं वो क्या बंगाल की संस्कृति है। ममता दीदी इतना गुस्सा क्यों है। बंगाल के पीएम मोदी, शाह और वे खुद हैं। पीएम मोदी सहित वे सभी संयमित भाषा में दीदी कह कर उन्हें संबोधित करते हैं।
उन्होंने ममता बनर्जी से पूछा कि उन्हें इतना गुस्सा क्यों आता है। वे लोगों को क्यों डरा और धमका रही है। इस अर्थ है कि दीदी अपनी हार मान ली है। छह चरण के चुनाव के बाद कुछ भी नहीं बचा है। इस लिए वे गुस्सा दिखा रही है और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता अपना आपा खो बैठे हैं और लोगों को धमका रहे हैं। इसके बावजूद राज्य की जनता ने ममता दीदी की विदाई और भाजपा के लाने का तय कर लिया है। दो मई को दीदी का जाना तय है।
नड्डा ने लोगों से कहा कि मोदी सरकार ने मई जून महीने के लिए देश के 80 करोड़ जनता को मुफ्त में चावल देने की घोषणा की है। केन्द्र ने पिछले साल भी लॉकडाउन में गरीब लोगों के लिए चावल और दाल दिया था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसे चुरा लिया। लेकिन इस बार वे चावल नहीं चुरा पाएंगे, क्योंकि इसका आबंटन नई सरकार करेगी।
बंगाल में सबसे अधिक बलात्कार व महिलाओं की तस्करी
जेपी नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी खुद को बंगाल की बेटी और दीदी कहती हैं। वे कैसी दीदी हैं कि बंगाल में सबसे अधिक बलात्कार, महिलाओं पर घरेलु हिंसा, महिला उत्पीड़न, लड़कियों की तस्करी होती है। देश का अगर कोई राज्य अपने यहां के अपराध के आंकड़े क्राइम ब्यूरों को नहीं देता है तो वो बंगाल है। दो मई के बाद बंगाल में कानून का राज होगा और महिलाओं पर होने वाला अपराध बंद होगा।
उन्होंने कहा कि ममता दीदी बंगाल के विकास की राह में रोड़ा हैं उनका अहंकार विकास में रोड़ा बना हुआ है। वह अहंकार के कारण पीएम के साथ बैठक में शामिल नहीं होती हैं। पिछले साल कोरोना फैल रहा था, उस समय सेंट्रल टीम भेजी थी। टीम को कैद कर लिया था। बाहर नहीं निकलने दिया गया था।
जेपी नड्डा ने कहा कि कोविड की देख-रेख ठीक नहीं हो रहा है। पीएम जब बैठक बुलाते हैं, तो दीदी बैठक में क्यों नहीं जाती। लेकिन दो मई को यह रोड़ा हट जाएगा और बंगाल में डबल इंजन की सरकार होगी।