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कोलकाता चिडिय़ाखाना का दर्शन अब मोबाइल एप्प से

देश के प्रसिद्ध चिडिय़ाघरों में से एक कोलकाता चिडिय़ाखाना (अलीपुर जूलॉजिकल गार्डन) का दर्शन अब और आसान हो गया है।

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kolkata west bengal


कोलकाता.

देश के प्रसिद्ध चिडिय़ाघरों में से एक कोलकाता चिडिय़ाखाना (अलीपुर जूलॉजिकल गार्डन) का दर्शन अब और आसान हो गया है। चिडिय़ाखाना प्रबंधन शीघ्र मोबाइल एप्प लांच करने जा रहा है। दर्शकों के लिए टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के बाद अब मोबाइल एप्प के जरिए चिडिय़ाखाना का दर्शन किया जा सकता है। एप्प के माध्यम से चिडिय़ाखाना से संबंधित सारी जानकारियां आसानी से उपलब्ध होगी। जीव-जंतु से लेकर सरीसृप प्राणियों तक की जानकारी मोबाइल एप्प पर मिलेगी। एप्प के साथ जीपीएस की भी सुविधा होगी।

डिजिटल की दिशा में कदम-
चिडिय़ाखाना के निदेशक आशीष सामंत का कहना है कि गत सप्ताह टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था शुरू की गई। इसके अलावा अतिरिक्त 250 रुपए भुगतान कर चिडिय़ाखाना के भीतर वीडियो उतारने की सुविधा प्रदान की गई है। एंडरायड युग में मोबाइल एप्प अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यही वजह है कि चिडिय़ाखाना प्रबंधन अब मोबाइल एप्प के जरिए पर्यटकों को चिडिय़ाखाने की सैर कराना चाह रहा है।

मनपसंद जानवरों को देखने में मदद-
चिडिय़ाखाना के निदेशक सामंत के अनुसार 46 एकड़ जमीन पर फैले 150 साल पुराने चिडिय़ाखाने में 108 प्रजाति के 1300 जीव-जंतु और सरीसृप प्राणी हैं। इनमें रॉयल बंगाल टाइगर, अफ्रीकन शेर समेत अन्य बिरल जाति के जानवर शामिल हैं। पर्यटकों में इन्हें देखने की काफी उत्सुकता रहती है। मोबाइल एप्प की मदद से पर्यटक अपने मन पसंद जानवरों को देख सकेंगे। कभी-कभी यह भी देखा गया है कि ऐसे जानवरों को देखने के चक्कर में पर्यटकों को चिडिय़ाखाना में घूम फिर कर एक ही जगह आ जाते हैं। मोबाइल एप्प उनके मार्गदर्शन का काम करेगा।

सालाना 30 लाख की भीड़-
चिडिय़ाखाना प्रबंधन के अनुसार यहां केवल पश्चिम बंगाल के साथ साथ पड़ोसी राज्य बिहार, झारखण्ड और ओडिशा समेत दूसरे राज्यों से भी पर्यटक आते हैं। क्रिसमस की छुट्टियों मेंं स्कूली बच्चों व उनके अभिभावकों की भीड़ रिकार्ड तोड़ती हे। हर साल 24 दिसम्बर से 10 जनवरी तक हर रोज करीब एक लाख की भीड़ होती है। एक आंकड़े के अनुसार पूरे साल भर में यहां करीब 30 लाख पर्यटक चिडिय़ाखाना का सैर करने आते हैं।