‘देश के टॉप-5 उद्योगपतियों/पूंजीपतियों में एक भी मारवाड़ी नहीं’
माहेश्वरी औद्यौगिक शिक्षण केंद्र का आयोजन—-एमबीएफ एक्सपो-2019
‘देश के टॉप-5 उद्योगपतियों/पूंजीपतियों में एक भी मारवाड़ी नहीं’
कोलकाता. एक समय ऐसा था जब देश के टॉप-5 उद्योगपतियों-पूंजीपतियों में 4 मारवाड़ी हुआ करते थे, पर आज इस कैटेगरी में एक भी मारवाड़ी नहीं हैं, जो बेहद अफसोसजनक है। माहेश्वरी भवन सभागार में रविवार को माहेश्वरी औद्यौगिक शिक्षण केंद्र की ओर से आयोजित 3 दिवसीय एमबीएफ एक्सपो-२०१९ के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष-सह-राष्ट्रीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष सीताराम शर्मा ने यह बेबाक टिप्पणी की। १२ अप्रैल से शुरू एमबीएफ एक्सपो-२०१९ समारोह के अंतिम दिन माहेश्वरी भवन सभागार में उपस्थित गणमान्य अतिथियों और समाजजनों को संबोधित करते हुए बेलारूस के कौंसुल जनरल शर्मा ने कहा कि मारवाड़ी समाज आज हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है। खासकर शिक्षा के क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध प्रेसीडेंसी की चांसलर आज एक मारवाड़ी डॉ. अनुराधा लोहिया हैं, जो बड़े गर्व की बात है। ऐसा कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक मारवाड़ी प्रेसीडेंसी की चांसलर बन सकती है। उन्होंने कहा कि कभी मारवाड़ी समाज में पर्दा-घूंघट प्रथा इस कदर हावी थी कि महिलाओं का घर की दहलीज से बाहर निकलना मुश्किल था। पर समाज में व्याप्त कुरीतियां समाप्त हुई और आज हर क्षेत्र में समाज की महिलाओं ने परचम लहाराया है। चाहे शिक्षा हो, सरकारी सेवा, इंजीनियर, डॉक्टर हो या अन्य क्षेत्र। शर्मा ने कहा कि यह बेहद अफसोस की बात है कि आज मारवाड़ी समाज में संयुक्त परिवार टूट रहा है। परिवार बिखर रहे हैं, बड़े-बुजुर्गों के मान-सम्मान में कमी आ रही है। कभी मारवाड़ी समाज व्यापार के लिए न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर था और ऐसा कहा जाता था कि……न खाता, न बही, मारवाड़ी जो बोले, वही सही। इस मौके पर सभापति देवकिशन मोहता, कार्यक्रम अध्यक्ष भंवरलाल राठी, उपसभापति सीताराम डागा, मंत्री अरूण कुमार सोनी, संयोजक पंचानन भट्टड़, पद्मा बागड़ी और पवन बिहानी आदि मौजूद थे।