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टूट गया ज्योति बसु का रिकार्ड

देश में लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का ज्योति बसु का रिकार्ड टूट गया।

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kolkata west bengal


- 23 साल 4 महीने 17 दिन से हैं सिक्किम के मुख्यमंत्री
कोलकाता.

देश में लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का ज्योति बसु का रिकार्ड टूट गया। पड़ोसी राज्य सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने नया रिकार्ड बनाया। भारत के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड बना लिया है। चामलिंग ने रविवार को पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे ज्योति बसु का रिकॉर्ड तोड़ दिया। बसु 34 साल की वाममोर्चा सरकार में 23 साल 4 महीने 15 दिन तक मुख्यमंत्री रहे थे। 68 वर्षीय चामङ्क्षलग ने सोशल नेटवर्क फेसबुक पर जारी संदेश में चामलिंग ने लगातार पाचवीं बार मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के लिए राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया है। सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता के रूप में चामलिंग पहली बार 12 दिसम्बर 1994 को मुख्यमंत्री बने थे। तब से लगातार मुख्यमंत्री का पद संभाल रहे हैं। इससे पहले 1985 में वे सर्वप्रथम विधायक निर्वाचित हुए थे। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार चामलिंग ने शनिवार को मुख्यमंत्री के रूप में 23 साल 4 महीने 17 दिन पूरा किया। जबकि पश्चिम बंगाल में ज्योति बसु 21 जून 1977 से 6 नवम्बर 2000 तक (23 साल 04 महीने 15 दिन) मुख्यमंत्री के पद पर रहे। देश में लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का रिकार्ड बसु का ही था।
स्वेच्छा से छोड़ा था मुख्यमंत्री पद-
70 के दशक में पश्चिम बंगाल में सिद्धार्थ शंकर राय की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को अपदस्थ कर ज्योति बसु 21 जून 1977 को राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। तब से 6 नवम्बर 2000 तक वे इस पद पर बने रहे। अस्वस्थता और अधिक उम्र हो जाने के कारण बसु ने स्वेच्छा से मुख्यमंत्री पद छोड़ा था। माकपा शीर्ष नेतृत्व के निर्देशानुसार बसु ने राज्य की बागडोर अपने ही मंत्रिमंडल में सूचना व संस्कृति विभाग तथा पुलिस (गृह) मंत्री रहे बुद्धदेव भट्टाचार्य को सौंपा था।
एक साल बचा चामलिंग का कार्यकाल-
68 वर्षीय चामलिंग का कार्यकाल और एक साल बचा है। सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के सूत्रों ने बताया कि वर्तमान दौर में चामलिंगका रिकॉर्ड तोड़ पाना बहुत मुश्किल होगा। चामलिंग अपने पार्टी के एकमात्र लोकप्रिय नेता हैं। जिनका अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी ना केवल जीत हासिल करने बल्कि मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं।