
इस्कॉन मायापुर में तैयारिया जोरों पर
कोलकाता . इस्कॉन के मुख्यालय मायापुर धाम में तीन दिवसीय जन्माष्टमी एवं सनातन धर्म के प्रचारक ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपद का आर्विभाव दिवस मानने की तैयारियां बड़ी जोर-शोर से चल रही है। इस्कान मायापुर के मीडिया प्रवक्ता सुब्रत दास ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन्माष्टमी के अवसर पर इस्कॉन परिवार को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की है कि जन्माष्टमी का उत्सव सभी के मन में अध्यात्मिक संतुष्टि एवं मानव जाति के कल्याण के कार्य करने को प्रोत्साहित करेगा।
पूरे मंदिर प्रांगण को छोटी-छोटी लाइटों से सजाया जा रहा है। रंगोली बनाई जा रही है तो कहीं पेड़-पौधे से सजावट करने में लगे हुए है। 2 सितंबर की शाम के आरती के बाद महाकीर्तन करते हुए अधिवास मनाया जाएगा। विदेशी बच्चे कृष्ण लीलाओं को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे। छोटे बच्चे बाल कृष्ण के वेश में धारण करेंगे। धोती पहने और मुरली हाथ मे लिए पूरे मंदिर मे दिखाई पड़ेंगे। 3 सितंबर की सुबह मंगल आरती, दर्शन आरती के पश्चात श्रीमद् भागवत से वरिष्ट संन्यासीगण श्लोकों का पाठ करेंगे। दिन भर महाकीर्तन, संकीर्तन चलेगा। रात को 10 बजे से भगवान श्री कृष्ण के विग्रह फलों के जूस, पाँच गावी, गंगा जल, शहद, धूद, दही , सुगंधित पुष्पों आदि से महाभिषेक किया जाएगा जो दो घंटे तक होगा। भक्तगण सारे दिन निर्जल व्रत करेंगे तथा चरणामृत ग्रहण करके पानी पीते है। रात 12 बजे महा प्रसाद लगाया जाएगा। जिसमें 108 तरीके के स्वादिष्ट व्यंजन शामिल होंगे। सुब्रत दास ने बताया कि जन्माष्टमी के महोत्सव में 50 हजार से अधिक भक्त, पर्यटक, तीर्थ यात्रियों का समागम होगा। 4 सितम्बर को ए. सी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जिन्होंने 1966 में न्यूयॉर्क में इस्कॉन की स्थापना की थी। हर साल इस्कॉन के 700 से अधिक सेंटरों मे जन्माष्टमी मनाई जाती है।
गौड़ीय मठ में तीन दिवसीय आयोजन
बागबाजार स्थित गौड़ीय मठ में तीन दिवसीय जन्माष्टमी उत्सव की तैयारियां चल रही है। गौड़ीय मिशन की ओर से इसकी तैयारियां जोरशोर से की जा रही है। 2 से 4 सितम्बर तक यह उत्सव मनाया जाएगा। मठ के साहित्य विभाग से ऋषिकेश महाराज ने बताया कि 2 सितम्बर की शाम कार्यक्रम का उद्घाटन होगा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जस्टिश समाप्ति चटर्जी तथा राज्य की शिशु व महिला कल्याण मंत्री डॉ. शशि पांजा उपस्थित रहेगी। इसके बाद ही धर्मसम्मलेन का आयोजन चलेगा। इसके बाद 3 सितम्बर की सुबह नगर संकीर्तन होगा। इसके बाद शाम को धर्मसम्मेलन आयोजित किया गया है जिसे संन्यासी व विशिष्ट जन सम्बोधित करेंगे। इसके बाद आरती होगी और रात को 10 से 12 बजे तक श्रीकृष्णाभिषेक होगा। 4 सितम्बर को नन्दोत्सव होगा। जिसमें महानगर ही नहीं जिलों से भी भक्तगणों की उपस्थिति बड़ी संख्या में रहेगी।
Published on:
29 Aug 2018 11:00 pm
बड़ी खबरें
View Allकोलकाता
पश्चिम बंगाल
ट्रेंडिंग
