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धूप-बारिश से बचाने हावड़ा ब्रिज पर बनेगा शेड

इसके अलावा ब्रिज का सौन्र्दयीकरण भी किया जाएगा। ब्रिज से रोजाना डेढ़ लाख वाहन तथा ढाई लाख लोग रोजाना आवागमन करते हैं।

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kOLKATA WEST BENGAL

धूप-बारिश से बचाने हावड़ा ब्रिज पर बनेगा शेड

- कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की पहल

हावड़ा
लाखों लोगों को धूप और बारिश से बचाने के लिए हावड़ा ब्रिज के फुटपाथ पर शेड लगाने का फैसला किया गया है। कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष विनीत कुमार ने बताया कि हावड़ा ब्रिज के दोनों ओर फुटपाथ पर अस्थाई तौर पर शेड लगाया जाएगा। यह काम जल्द ही शुरू होगा। इसके अलावा ब्रिज का सौन्र्दयीकरण किया जाएगा। शेड बनने से लोगों को बारिश व धूप से राहत मिलेगी। ब्रिज से रोजाना डेढ़ लाख वाहन तथा ढाई लाख लोग रोजाना आवागमन करते हैं। दूसरी ओर पोर्ट ट्रस्ट के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय मुखोपाध्याय ने बताया कि पोर्ट ट्रस्ट के इंजीनियरों की मदद से शेड तैयार किया जाएगा। 707 मीटर लम्बे इस ब्रिज को बने 75 साल हो गए है। ब्रिज का उद्घाटन ३ फरवरी 1943 में हुआ था। नार्थ पोर्ट की पुलिस भी शेड लगाने की योजना से खुश है। उसका कहना है कि थाने की टीम हावड़ा ब्रिज के फुटपाथ पर गर्मी व बरसात में भी गश्त लगाती है। ऐसे में शेड होने से पुलिस को भी राहत मिलेगी।

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प्रचण्ड गर्मी में रॉहगीर व वाहनों की संख्या में कमी

- कई जगहों पर लोगों ने लगाया पेय जल शिविर
हावड़़ा

प्रचण्ड गर्मी के कारण सडक़ पर वाहनों की संख्या कम दिखी वहीं राहगीरों की संख्या कम रही। प्रत्येक बस पड़ाव के शेड में लोगों को बस का इंतजार करते देखा गया। प्रचण्ड गर्मी के कारण हावड़ा के सभी शीतल पेय जल केन्द्रों पर बोतल लेकर ऑटो चालक, टैक्सी चालक, बस चालक जुटे रहे। निजी बस का चालक महेश कुमार ने बताया कि प्रचण्ड गर्मी को देखते हुए दोपहर में बस को स्टैण्ड में ही खड़ा कर दिया। जबकि राणा पात्र ने बताया कि मजबूरी है अगर बस नहीं चलाएंगे तो आमदनी नहीं होगी पापी पेट का सवाल है। मजबूरी में बस निकालना पड़ रहा है। उसने स्वीकार किया कि दोपहर में बस यात्रियों की संख्या कम ही रही। लेकिन रास्ते पर वाहनों का दबाब कम रहा। दैनिक यात्री ललन केशरी ने बताया कि निजी कंपनी में काम करते है उनका कहना था कि प्रतिदिन बैंक से संबंधित उनका काम है बैंक हड़ताल होने के कारण इस प्रचण्ड गर्मी में भाग दौड़ कम करना पड़ा। इस धूप में थोड़ी दुर चलने पर कपड़े भींग जा रहे है। माथा चक्कराने लगता है। हावड़ा ब्रिज भी दोपहर के समय पूरे तरह से खाली दिखाई दिया। हावड़ा स्टेशन के आस पास, हावड़ा मैदान के आस पास, काजीपाड़ा मोड़, सलकिया मोड़, कैरी रोड, लिलुआ डॉनबास्कों गली और आस पास की सडक़ पर भी अन्य दिनों की तुलना में भीड़ भाड़ कम रही है। हावड़ा ब्रिज के फुटपाथ भी बुधवार की दोपहर में खाली रहा। हावड़ा ब्रिज पर ट्राफिक सर्जेट किंकर ने बताया कि प्रचण्ड गर्र्मी में काम तो करना पड़ेगा इसलिए बुधवार की धूप में पूरा शरीर ही जल रहा था। अगर हम सडक़ पर न रहे तो सडक़ जाम हो जाएगी। इसलिए हमें तो सडक़ पर रहना ही पड़ता है। उन्होंने स्वीकार किया कि सडक़ों पर वाहनों की संख्या दोपहर में अन्य दिनों की तुलना में कम रही।