रात लगभग 8 बजे उग्र छात्रों का एक दल ने ममता बनर्जी के धरना मंच के सामने जोरदार हंगामा किया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भड़के छात्रों ने पुलिस वालों के के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। स्थिति को सामान्य करने के लिए ममता बनर्जी को स्वयं...
कोलकाता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुलाकात के बाद संशोधत नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनआरसी) के खिलाफ धर्मतल्ला में विरोध-प्रदर्शन कर रहे वामपंथी छात्र भड़क उठे। रात लगभग 8 बजे उग्र छात्रों का एक दल ने ममता बनर्जी के धरना मंच के सामने जोरदार हंगामा किया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भड़के छात्रों ने पुलिस वालों के के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। स्थिति को सामान्य करने के लिए ममता बनर्जी को स्वयं हस्तक्षेप करना पड़ा। धरना मंच से मुख्यमंत्री ने छात्रों से शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करने की अपील की। मंच पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी छात्रों को नियंत्रित करने के लिए चिल्लाती रही पर किसी ने मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनी। छात्रों की आक्रोशित भीड़ पुलिस की घेराबंदी तोड़ दी।
कोलकाता पुलिस ने बड़ी ही मुश्किल से स्थिति नियंत्रित की। हालांकि इस घटना में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। वामपंथी छात्रों ने आजादी -आजादी, वन्दे मातरम् के नारे लगाए। इधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने छात्रों तो समझाने की कोशिश की तनाव में आकर शांति न भंग करेे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के विरोध में प्रदर्शन में तनाव बढ़ता गया। हजारों की संख्या में छात्र, शिक्षक, आम जनता, अभिनेता अभिनेत्री, सहित कई 'नरेंद्र मोदी गो बैक' का नारा देने के लिए राजभवन पहुँचने की कोशिश की। पुलिस के डोरिना क्रॉसिंग पर जुलूस रोकने पर स्थिति गर्म हो गई। प्रदर्शनकारी पुलिस के साथ हाथापाई में शामिल थे। परिणामस्वरूप, स्थिति गर्म हो गई। खबर मिलने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौके पर आईं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तुरंत ही मिलेनियम पार्क में हो रहे प्रधानमंत्री के समारोह से वापस आई थी। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा कि वे शांत हो जाएं। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने शांतिपूर्ण आंदोलन की अपील की। ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री राज्य के दौरे पर आए हैं। वे अतिथि हैं। उनके काफिले का घेराव न करें।