
कोलकाता में बस और ऑटो हादसे से रोकने में नाकाम है ट्रैफिक विभाग
कोलकाता (Kolkata)
महानगर में बस और ऑटो हादसे रोकने में ट्रैफिक पुलिस नाकाम साबित हुई है। सेफ ड्राइव सेफ लाइफ योजना से जहां मोटरसाइकिल, टैक्सी, लॉरी के हादसे में कमी आई है वहीं बस और ऑटो के हादसे बढ़े हैं। गुरुवार को लालबाजार में आयोजित प्रेसवर्ता में संयुक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) पांडे संतोष ने कोलकाता ट्रैफिक पुलिस एक्सिटेंड
एनालिसिस 2018,2019 के दुर्घटन संबंधी आंकड़े पेश किए।
उन्होंने बताया कि 2018 के मुकाबले 2019 में जहां बस व ऑटों के हादसे में समान्य बढ़ोतरी हुई हैं वहीं निजी कार, मोटरसाइकिल ट्रैक्सि व लॉरी दुर्घटना में कमी आई है। साथ ही दुर्घटना में घायलों की संख्या में भी कमी आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में 2533 और 2019 में 5729 ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किए गए हैं। भादवि की धारा 270 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 2018 में 377 और 2019 में 1588 मोटरसाइकल जब्त की गई हैं। वहीं नाका चेकिंग (19/06/2019 से अब तक) के दौरान 88806 जने के खिलाफ केस व चलान काटा है।
दुर्घटना रिपोर्ट
2018,2019
केस-2244 केस-2064
घायल-2456 घायल-2271
दुर्घटना-2456 दुर्घटना-2273
बस और ऑटो दुर्घटना बढ़ीं
2018,2019
बस-470 बस-476
ऑटो-98 ऑटो-128
मोटरसाइकिल/राहगीर/यात्री हादसा
2018 2019
राहगीर-१४६ राहगीर-१५१
यात्री-27 यात्री-26
मोटरसाइकिल-82 मोटरसाइकिल-58
(हेलमेट पहने-50) (हेलमेट पहने -20)
(बिना हेलमेट-32) (बिना हेलमेट-38)
तेज हार्न बनाने के मामले केस दर्ज
2018 ,2019
35119, 100,400
Published on:
03 Jan 2020 03:06 pm
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