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राष्ट्रपति पर टिप्पणी को लेकर विधानसभा में हंगामा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर राज्य के मंत्री अखिल गिरि की विवादित टिप्पणी को लेकर सोमवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। कार्यस्थगन प्रस्ताव खारिज किए जाने पर भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट किया। भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।

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राष्ट्रपति पर टिप्पणी को लेकर विधानसभा में हंगामा

राष्ट्रपति पर टिप्पणी को लेकर विधानसभा में हंगामा

कार्यस्थगन प्रस्ताव खारिज करने पर भाजपा का वॉकआउट
गिरि को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग
कोलकाता. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर राज्य के मंत्री अखिल गिरि की विवादित टिप्पणी को लेकर सोमवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। कार्यस्थगन प्रस्ताव खारिज किए जाने पर भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट किया। भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
प्रश्नकाल के बाद भाजपा के मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा ने राष्ट्रपति को अपमान करने के विरोध में कार्यस्थगन प्रस्ताव लाने और उस पर चर्चा करने की मांग की। भाजपा ने गिरि को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की भी मांग की। इस पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने शोरगुल मचाना शुरू कर दिया और नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी की ओर से कथित तौर से राज्य की मंत्री बीरबाहा हांसदा के संबंध में अपमानजनक बयान दिए जाने के लिए माफी मांगने की मांग की। दोनों पक्षों के शोरगुल करने पर विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही रोक दी।
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मामला विचाराधीन: स्पीकर
दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने यह कहकर कि भाजपा के कार्यस्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया कि उक्त मामला विचाराधीन है। इसलिए इस पर चर्चा नहीं कराई जा सकती। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए भाजपा विधायक सदन में नारेबाजी करने लगे और सदन से वाकआउट कर गए। भाजपा विधायकों ने विधानसभा गलियारे में विरोध प्रदर्शन किया और गिरि को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की।
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प्रस्ताव पढऩे भी नहीं दिया: शुभेन्दु
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमने राष्ट्रपति को अपमान करने के मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाने की मांग की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने मनोज तिग्गा को प्रस्ताव पढऩे तक नहीं दिया। हमने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही यह फैसला किया कि राष्ट्रपति को अपमान किए जाने के मुद्दे पर जब तक कार्यस्थगन प्रस्ताव लाने नहीं दिया जाएगा तब तक हम प्रश्नकाल में हिस्सा नहीं लेंगे।
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राजनीतिक कर रहे हैं नेता प्रतिपक्ष
गिरि ने शुभेन्दु पर इस मसले को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी गलती के लिए माफी मांग ली है और फिर से मैं मांफी मांग रहा हूं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मेरे लिए मांफी मांग ली है। फिर शुभेन्दु इसे राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दा बना रहे हैं। मरे लिए मुख्यमंत्री को माफी मांगना पड़ा। इस लिए मैं बहुत दु:खी हूं।