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नगर पालिका के बाद…अब जनपद पंचायत कोंडागाँव में अविश्वास प्रस्ताव का खेला

कोंडागाँव में नगर पालिका परिषद के बाद अब जनपद पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव का खेला शुरू हो गया है फर्क इतना है नगर पालिका में कांग्रेसियों ने भाजपा के खिलाफ खेल खेला था पर जनपद में कांग्रेस सेल्फ गोल करने की तैयारी में है यहाँ कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ उनके ही लोगो ने मोर्चा सम्हाला है अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि निशाना सही लगता है य फुटबॉल गोलपोस्ट से बाहर निकल जाती है । 25 सदस्यों वाली जनपद पंचायत में कलेक्टर रैफरी की भूमिका निभा रहे है । नाराज 21 सदस्यों के आवेदन का वे परीक

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जनपद पंचायत में चल रहा है सियासत का खेला

कोंडागाँव में नगर पालिका परिषद के बाद अब जनपद पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव का खेला शुरू हो गया है फर्क इतना है नगर पालिका में कांग्रेसियों ने भाजपा के खिलाफ खेल खेला था पर जनपद में कांग्रेस सेल्फ गोल करने की तैयारी में है यहाँ कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ उनके ही लोगो ने मोर्चा सम्हाला है अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि निशाना सही लगता है य फुटबॉल गोलपोस्ट से बाहर निकल जाती है

कोण्डागांव- अपने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष से नाराज जनपद सदस्यों के हस्ताक्षर मिलान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कलेक्टर के द्वारा तिथि तय करते हुए फ्लोर टेस्ट व मतदान की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। जनपद अध्यक्ष शिवलाल मंडावी व उपाध्यक्ष मनोज सेठिया दोनो ही कांग्रेस समर्थित है जिनसे सदस्य नाराज चल रहे है और उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव लाया है। सूत्रों की माने तो नाराज सदस्यों ने नए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के नाम भी तय करते हुए अध्यक्ष कांग्रेस समर्थित तो उपाध्यक्ष भाजपा समर्थित हो सकते है। खैर यह देखना होगा कि, क्या वतर्मान अध्यक्ष व उपाध्यक्ष अपनी कुर्सी बचा पाते है या फिर चेहरा बदलना ही सदस्यों ने तय कर लिया है। ज्ञात हो कि, माहभर पहले ही नगर पालिका में भी इसी तरह नाराज पाषर्दों ने अपने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाकर मतदान की प्रक्रिया पूरी करवाई थी। हांलाकि नगर पालिका में बदलाव तो नहीं हो पाया, लेकिन नपा की सत्तारूढ पार्टी से जुड़े कुछ नेताओं ने अपनी दूरी जरूर बना ली है। आपको बता दे कि, नगर पालिका में भाजपा की सत्ता है तो वही जनपद पंचायत में कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष उपाध्यक्ष की कुर्सी संभाले हुए है। नगरीय सरकार में तो भाजपा ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली अब देखना होगा कि, क्या पीसीसी चीफ व क्षेत्रीय विधायक मोहन मरकाम अपने इलाके में आए इस अविश्वास प्रस्ताव पर वे कैसा रुख अपनाते है। कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ उनके ही लोगो ने मोर्चा सम्हाला है अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि निशाना सही लगता है य फुटबॉल गोलपोस्ट से बाहर निकल जाती है। जनपद पंचायत में भाजपा समर्थित 12 सदस्य है शेष कांग्रेस समर्थित सदस्य है। अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस समथिर्त 10 सदस्यों के हस्ताक्षर होना भी बताया जा रहा है।