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नियुक्ति में अनियमितता,198 अतिथि शिक्षकों को दिखाया बहार का रास्ता

कोरोना के चलते एक ओर जहां महीनों स्कूलों के बंद होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित रही है वही दूसरी ओर अब जबकि कोरोना का ख़ौफ़ कम होते ही सरकार ने फिर से स्कूल खोल दिए है और विभाग ने ऑफ लाइन परीक्षा लेने की घोषणा भी कर दी है ऐसे में कोंडागाँव जिले में बंच्चो को पढ़ाने में जुटे 198 अतिथि शिक्षकों को प्रशासन ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है । इससे विद्यार्थियों में विपरीत असर पड़ सकता है ।

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 जिले के 198 अतिथि शिक्षकों को सेवा से पृथक करने का आदेश शुक्रवार को जारी कर दिया।

स्थानीय कलेक्ट्रेट परिसर में शनिवार को पहुंचे सेवा से पृथक किए गए अतिथि शिक्षकों में दिखा शासन प्रशासन के प्रति गुस्सा शिक्षकों ने आंदोलन तक करने की बात कही है। भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता बरती थी ।जिसकी शिकायत हुई थी जांच के बाद 198 लोगो की नियुक्ति में अनियमितता पाई गई

कोण्डागांव- जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के 198 अतिथि शिक्षकों को सेवा से पृथक करने का आदेश शुक्रवार को जारी कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही शनिवार की सुबह से ही सेवा से पृथक किये गए अतिथि शिक्षकों का कलेक्टोरेट पहुंचना शुरू हो गया। जहाॅ सभी ने अतिथि शिक्षक संघ के बैनर लते आंदोलन का मूड बना लिया है। वही सोमवार को कलेक्टोरेट का घेराव करने की भी तैयारी इन अतिथि शिक्षकों की है यदि मांगे नहीं मानी गई तो बेमियादी धरने पर बैठ जाने की बात संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने कही है। पदाधिकारियों ने कहा कि, हम पिछले पांच छह साल से जिले के विभिन्न स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे है। और अचानक हमें बिना किसी सूचना के सेवा से पृथक किया जा रहा है, जिससे हम आहत होने के साथ ही आक्रोशित हो चले है। विभागीय गलतियों का खामियाजा हम शिक्षकों के साथ क्यो निकाला जा है, यदि किसी जांच में गलती पाई गई है तो विभाग अपनी गलती माने।

सालों तक सेवा देने के बाद कहा आप है अपात्र-

संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश पुनाचा ने कहा कि, हम लोग सालों से काम कर रहे है, और अब हमें अपात्र घोषित किया जा रहा है। वहीं कईयों को उनके आवेदन अप्राप्त होना बताया जा रहा है, उन्होंने कि, यदि हम लोगों ने आवेदन ही नहीं किया तो हमारी नियुक्ति कैसे हुई ? और हमें सैलरी व अनुभव किस आधार पर दिया जाता रहा है। इन सब बिंदुओ को लेकर हम आगे तक लड़ाई लड़ेगें, दराअसल जिले में तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा ने अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता बरती थी ।जिसकी शिकायत हुई थी जांच के बाद 198 लोगो की नियुक्ति में अनियमितता पाई गई । जांच प्रतिवेदन के आधार पर इन अतिथि शिक्षकों को विभिन्न कारणों का उल्लेख करते हुए सेवा से पृथक किया गया है।