कोरबा. छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय त्योहार भोजली हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बच्चे, युवतियां, महिलाओं ने सिर पर उठाकर भोजली को गंगा माईया में विसर्जन किया गया। एक-दूसरे को भोजली भेंटकर दोस्ती का परिचय दिया। पथर्रीपारा एवं ढोढीपारा में भोजली उत्सव पर छत्तीसगढ़ की वेशभूषा में लोकनृत्य सहित रंगारंग कार्यक्रम हुए।
ढोढ़ीपारा में आयोजन के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। भोजली पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। दोपहर से ही बच्चे, महिलायें, बुजुर्ग छत्तीसगढ़ की परिधान में सिर पर भोजली रखकर ढोल, मंजीरा व गाजे-बाजे की गूंज के साथ गली-मोहल्ले का भ्रमण किया। गीत व भजनों के साथ हसदेव नदी तट पर पहुंचे। भोजली मईया की पूजा-अर्चना की गई। ढेंगूरनाला तट पर विसर्जन किया गया।
भोजली विसर्जन के बाद बच्चे, युवक, युवतियों ने एक दूसरों को भोजली भेंटकर आशीर्वाद लिया। अपने मितान को भोजली भेंट कर एक-दूसरे के प्रति प्रेम व्यक्त किया। दोस्ती हमेशा निभाने का वादा किया। जगह-जगह प्रसाद बाटें गए। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में भीड़ देखने को मिली। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर भोजली विसर्जन किया गया।
इसी तरह छुरी, करतला, कटघोरा, सहित नगरीय व उपनगरीय एवं ग्रामीणों में क्षेत्रों में परंपरागत भोजली त्यौहार में ग्राम के सभी वर्गों ने भाग लिया और भोजली का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया।