
कोरबा.CG Election 2023 : भाजपा ने सोमवार को कोरबा जिले की तीन और सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। रामपुर से भाजपा ने अपने दिग्गज आदिवासी नेता ननकीराम कंवर को फिर से मैदान में उतारा है। पाली तानाखार से एक बार फिर रामदयाल उइके और कटघोरा से नए प्रत्याशी को इस बार मौका दिया गया है। जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल को कटघोरा से प्रत्याशी घोषित किया गया है।
CG Election 2023 : इस तरह से भाजपा ने जिले की चारों सीटों से अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। कोरबा विधानसभा से पूर्व महापौर लखनलाल देवांगन को 17 अगस्त को ही प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था। पिछले कुछ दिनों से शेष तीनों विधानसभा रामपुर, कटघोरा और पाली तानाखार विधानसभा से टिकट को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी। ननकीराम कंवर पर भाजपा ने इस बार फिर रामपुर से दांव खेला है। ननकीराम कंवर अभी 80 वर्ष के हैं। 1972 से वे लगातार चुनावी मैदान में हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा इस बार किसी दूसरे को मौका देगी, लेकिन ननकीराम कंवर दिग्गज आदिवासी नेता होने के साथ-साथ जिले और प्रदेश में कई मुद्दों पर सरकार को घेरने में सक्रिय रहे हैं। इस वजह से पार्टी ने उनको फिर से मौका दिया है।
कटघोरा विधानसभा से जिला पंचायत सदस्य पर भरोसा
कटघोरा विधानसभा से भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल को टिकट दिया है। पटेल जिला पंचायत के क्षेत्र क्रमांक सात से सदस्य के पद पर हैं। कटघोरा से भाजपा में एक दर्जन से ज्यादा दावेदार थे। भाजपा ने इस बार यहां लोकल कार्ड खेला है। स्थानीय स्तर पर नेता को चुनाव में उतारा है। जबकि इसके पहले तीन बार बाहरी प्रत्याशी मैदान में उतारे जा चुके हैं।
कांग्रेस की तस्वीर तीन विधानसभा में अब तक साफ नहीं
भाजपा ने एक ओर अपने सारे प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है। जबकि कांग्रेस के एक भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है। हालांकि कोरबा से राजस्व मंत्री की टिकट लगभग फाइनल है। इसके अलावा रामपुर विधानसभा और कटघोरा विधानसभा से अब तक तस्वीर फाइनल नहीं हुई है। रामपुर से तीन प्रमुख दावेदार टिकट की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा कटघोरा में भी यही स्थिति है।
रामदयाल उइके पर भाजपा ने फिर खेला दांव
रामदयाल उइके तीन बार के कांग्रेस विधायक रह चुके हैं। पिछली बार चुनाव से ठीक पहले वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उनको पाली तानाखार से चुनाव में उतारा, लेकिन उइके 2018 के चुनाव परिणाम में तीसरे नंबर पर थे। दरअसल उइके के कांग्रेस छोडऩे से ग्रामीणों में नाराजगी भी थी। भाजपा में असंतोष का माहौल था। इस माहौल को भाजपा पिछली बार भांप नहीं पाई थी। हालांकि इस हार के बाद भाजपा ने लगातार सक्रियता दिखाई। हर बार भाजपा ने यहां से नए चेहरे को मैदान में उतारती रही है। इस बार भाजपा ने इस पंरपरा को बदला है। गोंगपा से प्रत्याशी पहले ही घोषित हो चुके हैं। अगर कांग्रेस विधायक मोहित केरकेट्टा की टिकट नहीं काटती है तो चुनावी मैदान की तस्वीर पूरी तरह से साफ हो जाएगी। अगर ऐसा होता है तो तीनों ही प्रमुख पार्टियों के बीच एक बार फिर से पाली तानाखार विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरी हुई है।
Published on:
10 Oct 2023 02:18 pm
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