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दंतैल ने रात 10 बजे छात्रावास की बाउंड्रीवाल तोड़ी, कटहल खाने के बाद जा पहुंचा केराकछार

Dental Elephant Attack : वन विभाग ने 4 टीमें दंतैल के पीछे लगाई, पिछले २८ घंटे से विभाग कर रहा ट्रैकिंग

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Dental Elephant Attack : वन विभाग ने 4 टीमें दंतैल के पीछे लगाई, पिछले २८ घंटे से विभाग कर रहा ट्रैकिंग

दंतैल ने रात 10 बजे छात्रावास की बाउंड्रीवाल तोड़ी, कटहल खाने के बाद जा पहुंचा केराकछार

कोरबा. कोरबा और धरमजयगढ़ रेंज में अब 9 लोगों को कुचलने वाला दंतैल हाथी सोमवार की रात को फिर से कोरबा जिले में प्रवेश कर गया। कुदमुरा से करतला होते हुए रात 10 बजे दंतैल कोरकोमा पहुंचा। वहां छात्रावास की बाउंड्रीवाल को तोडऩे के बाद एक बाड़ी में कटहल खाया।फिर रजगामार से लगे केराकछार के समीप पहुंच गया।
दंतैल ने मंगलवार की रात कोरकोमा में 4 से 5 घंटे तक जमकर उत्पात मचाया। रात भर कोरकोमा के ग्रामीण रतजगा करते रहे। पूरी रात दहशत के बीच गुजरी। करतला के जंगल से दंतैल कोरकोमा जा पहुंचा था।

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पहले दंतैल कोरकोमा के कैलाशनगर पहुंचा। फिर वहां से निकलकर शिवनगर बस्ती में उत्पात मचाया। यहां लगभग एक से डेढ़ घंटे तक रहने के बाद दंतैल मुख्य बाजार रोड के पास जा पहुंचा। बाजार के दूसरी तरफ स्कूल व छात्रावास की बाउंड्रीवाल के एक हिस्से को तोडऩे के बाद दंतैल अस्पताल के पीछे जा पहुंचा। लगभग एक घंटे तक हाथी वहीं जमा रहा। वन विभाग और ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद दंतैल को जंगल की ओर खदेडऩे में कामयाब रहे। दंतैल रात को लगभग तीन बजे रजगामार जंगल की ओर रवाना हुआ। सुबह केराकछार के जंगल में दंतैल पहुंचा था। दंतैल दिनभर इसी जंगल के भीतर था। वन विभाग द्वारा दंतैल पर निगरानी के लिए चार टीमें लगाई गई है। कोरबा के साथ लेमरू रेंज से भी एक वाहन निगरानी के लिए लगाई गई है।

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संभावित क्षेत्रों में पहले से कराई गई मुनादी
दंंतैल रात में केराकछार से लगे कई क्षेत्रों में जा सकता है। वन विभाग ने उन क्षेत्रों में बुधवार को मुनादी कराई गई। ग्रामीणों को कहा गया है कि जंगल के रास्ते से आना जाना ना करें। विभाग को संभावना है कि दंतैल रजगामार, बालको, आमाडांड या फिर वापस कोरकोमा की ओर जा सकता है। चारों टीम दंतैल पर निगरानी कर रहे हैं। हर मूवमेंट की जानकारी डीएफओ को अपडेट कराई जा रही है।

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