घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि महेश दास मानिकपुरी प्रेम नगर सुराकछार कुसमुंडा में रहता है। कोयला परिवहन करने वाली कंपनी आरकेटीसी में मुंशी का काम करता है। मंगलवार को गेवरा खदान 10 नंबर कांटा के पास कोयला ट्रांसपोर्टिंग कार्य चल रहा था। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे महेश कांटा घर के पास अपने कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ खड़ा था। उसी समय केसीपीएल में काम करने वाला आशुतोष शुक्ला दो तीन स्टॉफ के साथ पहुंचा। आरकेटीसी के एक ड्राइवर की पिटाई कर दी। गाली गलौच किया। कंपनी के मुंशी महेश को बाइक में अगवा कर लिया।
उसे लेकर केसीपीएल के दफ्तर पहुंचे। आशुतोष ने स्टॉफ के साथ मिलकर मुंशी को लात हाथ और घुसे से पीटा। महेश को गंभीर चोटें आई है। महेश अपहरणकर्ताओ के चंगुल से भागकर आरकेटीसी के कैंप पहुंचा। घटना से पुलिस को अवगत कराया गया। पुलिस ने आशुतोष सहित अन्य के खिलाफ दीपका थाने में अपहरण, मारपीट और गाली गलौच का केस दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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घटना का कारण एक पुराना विवाद बताया गया था। १७ सितंबर को आरकेटीसी के कर्मचारी आपस में कुछ बातचीत कर रहे थे। इसबीच केसीपीएल का एक ड्राइवर पहुंचा। ड्राइवर शराब की नशे में था। उसका आरकेटीसी के कर्मचारियों से विवाद हो गया। विवाद बढऩे पर कर्मचारियों ने ड्राइवर की पिटाई कर दी।
घटना का कारण एक पुराना विवाद बताया गया था। १७ सितंबर को आरकेटीसी के कर्मचारी आपस में कुछ बातचीत कर रहे थे। इसबीच केसीपीएल का एक ड्राइवर पहुंचा। ड्राइवर शराब की नशे में था। उसका आरकेटीसी के कर्मचारियों से विवाद हो गया। विवाद बढऩे पर कर्मचारियों ने ड्राइवर की पिटाई कर दी।
घायल ड्राइवर कैंप पहुंचा। घटना की जानकारी मिलते ही केपीसीएल के ड्राइवर उग्र हो गए। गाडिय़ों को खड़ीकर कोल ट्रांसपोर्टिंग को बंद कर दिया। बदला लेने की बात कही। यहीं से पूरे विवाद की शुरूआत हुई। बदला लेने के लिए शुक्ला और उसके साथियों ने दूसरी कंपनी के मुंंशी को अगवा कर लिया।