
धनतेरस से भाईदूज तक बिखरेंगी खुशियों के रंग, दीयों से जगमग होंगी रातें
कोरबा. अंधकार को चीरकर दीए चहुंओर चमचमाती रोशनी से सोमवार से बिखरने लगेंगे। रोशनी का पर्व दीपावली का आगाज सोमवार को धनतेरस से होगा। इसी के साथ उजास का उल्लास छा जाएगा। आतिशबाजी से आसमां सतरंगी हो जाएगा।
रूप चौदस- 06 नवंबर, मंगलवार
इस दिन यमराज की पूजा का विधान है। मान्यता है की उबटन लगाकर सूर्योदय से पूर्व पूजा करने से रूप में निखार आता है। दक्षिण दिशा में १४ दीप रोशन भी की जाती है। इसके आलवा मां काली की विशेष पूजा इस दिन की जाती है।
दीपावली- 07 नवंबर, बुधवार
अमावस्या पर दीपावली का मुख्य पर्व मनाया जाता है। इस दिन महालक्ष्मी की पूजा की जाती है। घर-आंगन सजाकर महालक्ष्मी की पूजा की जाती है। दीयों की दमक से घर जगमगा उठेंगे। परिवार के सभी सदस्य मिलकर लक्ष्मी गणेश की पूजा करेंगे।
भाईदूज-09 नवंबर, शुक्रवार
दीपोत्सव पर्व का समापन भाईदूज पर्व के साथ सम्पन्न होगा। इस दिन यम ने बहन यमुना की रक्षा का वचन दिया था। इसलिए इसे यम द्वितीया कहा जाता है। इस दिन बहनें भाइयों को घर बुलाकर भोजन कराती है। इसके आलावा चित्रांश इस दिन कलम दवात की पूजा करेंगे।
Published on:
04 Nov 2018 06:37 pm
बड़ी खबरें
View Allकोरबा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
