मंगलवार के दिन बिजली की रिकॉर्ड मांग रही। बढ़ी हुई मांग के कारण ही सेंट्रल सेक्टर से बड़ी मात्रा में बिजली उधार लेनी पड़ गई। इधर जिले में बिजली उत्पादन पीक पर रहा। कुछ इकाईयां बंद रहीं तो जो चालू हैं, उनसे पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन हुआ। तकनीकी कारणों से कोरबा ईस्ट प्लांट की दो यूनिट पूरी तरह से उत्पादन से बाहर हैं। कोरबा ईस्ट प्लांट में शेष चार यूनिट क्रमश: 40, 32, 91 और 68 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। ईस्ट प्लांट से कुल उत्पादन 239 मेगावाट दर्ज किया गया। जबकि वेस्ट से 1228 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है।
बढ़े हुए डिमांड को पूरा करने के लिए मंगलवार को सेंट्रल सेक्टर से 1500 मेगावाट बिजली लेनी पड़ी। पूरे दिन यह आंकड़ा बदलता रहा। इस दिन रिकार्ड 4039 मेगावाट बिजली की मांग को पूरा करने के लिए अफसरों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पूरे दिन बिजली की मांग चार हजार मेगावट के आस-पास बनी रही। हाल फिलहाल की दिनों ऐसा बेहद कम हुआ है जब प्रदेश में बिजली की मांग चार हजार मेगावाट से अधिक जा पहुंची। लेकिन ठीक इस समय ईस्ट प्लांट की दो युनिट पूरी तरह से ठप रही जिसके कारण मांग की पूर्ती के लिए सेन्ट्रल से बिजली की आपूर्ति करनी पड़ी।
कहां से कितना उत्पादन(मेगावाट में)
कोरबा ईस्ट – 232
कोरबा वेस्ट – 1128
डीएसपीएम – 463
बांगो – 78
मड़वा – 827
कोरबा. विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दलों में तरह-तरह की गतिविधियों को लेकर पदाधिकारी सक्रिय हो गए हैं। कोई टिकटार्थी के समर्थन में है तो कोई पार्टी के विरोध में सक्रिय है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद इसी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोडऩा चाहते हैं। उन्होंने जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा शहर के सचिव मुकेश पाण्डेय को पार्टी अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से छह वर्षों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।