पुलिस ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर सुतर्रा के हल्ला पटवारी जितेन्द्र कुमार पटेल सहित तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें दो जमीन के खरीदार हैं। सुतर्रा निवासी ठंडा राम की मां सुनी बाई के नाम से गांव में 0.47 हेक्टयर और 0.587 हेक्टर की दो भू- खंड है। इसपर सुनी बाई और उसका परिवार खेती बाड़ी करता है।
ठंडाराम का आरोप है कि एक दिन पटवारी जितेन्द्र पटेल ने उसे और उसकी मां को अपने कार्यालय बुलाया। बताया कि उसकी जमीन कटघोरा बायपास के लिए अधिग्रहित होगी। पटवारी ने यह भी बताया कि बायपास मार्ग के लिए जो नक्शा तैयार की गई है, उसके पीछे ठंडाराम की जमीन है। आगे सरकारी जमीन है।
पटवारी ने जमीन अधिग्रहण करने की शर्त बताते हुए कहा कि जमीन के पांच टुकड़ेे करने होंगे। दो टुकड़े की राशि पटवारी ने अपने लिए मांगी, तीन टुकड़े के पैसे ठंडराम को रखने के लिए कहा। मोटी मुआवजा राशि की लालच में पड़कर ठंडराम तैयार हो गया। उसने पटवारी के हिस्से की जमीन चन्द्र प्रताप कुमार और चन्द्रशेखर के नाम व्यक्ति को रजिस्ट्री कर दी।
ठंडाराम का दावा है कि इस रजिस्ट्री के बदले कोई पैसा नहीं मिला। रजिस्ट्री की गई जमीन की कीमत 11 लाख 64 हजार रुपए है। बाद में ठंडाराम परिवार को पता चला कि बायपास के लिए उसकी जमीन अधिग्रहित नहीं होगी। ठगी के शिकार ठंडाराम ने घटना की रिपोर्ट कटघोरा थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
ठंडराम ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने हल्का पटवारी जितेन्द्र कुमार पटेल, क्रेता चन्दशेखर व चन्द्र प्रताप के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। मामले की जांचय कर रही है।