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हैलो, मैं एटीएम वेरीफिकेशन सेंटर से बोल रहा हूं…, इस तरह का कॉल आए तो हो जाइए सावधान, पढि़ए पूरी खबर…

कोई हाईटेक ठग आपके एटीएम का कोड जानकर आपके एटीएम से सारे रुपए निकाल सकता है।

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हैलो, मैं एटीएम वेरीफिकेशन सेंटर से बोल रहा हूं..., इस तरह का कॉल आए तो हो जाइए सावधान, पढि़ए पूरी खबर...

जांजगीर चंापा. हैलो! मैं एटीएम वेरीफिकेशन सेंटर से बोल रहा हूं। आपका एटीएम कार्ड की वैलीडिटी खत्म हो चुकी है। आप अपना एटीएम कार्ड का नाम व पिन कोड बता दें। आपका नया एटीएम कार्ड नया बनाया जाएगा। आपके मोबाइल फोन में यदि इस तरह का काल आए तो सावधान हो जाईए। कोई हाईटेक ठग आपके एटीएम का कोड जानकर आपके एटीएम से सारे रुपए निकाल सकता है।

यदि आपके मोबाइल में किसी अनजान नंबर से बैंक अकाउंट व लाटरी लगने की बात करने का फोन आता है तो सावधान हो जाईए। क्योंकि जिले में नहीं बल्कि समूचे देश में नाइजीनियन फ्रॉड का जाल देश में फैल रहा। लोगों के मोबाइल नंबर से फोन कर लाटरी लगने की बात की जाती है। बैंक का अकाउंट नंबर मांगा जाता है। इसके अलावा एटीएम का भी कोड नंबर मांगा जाता है।

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नंबर दिए यानी फंसे। सप्ताह भर पहले शिवरीनारायण के प्रधान आरक्षक के बेटे के एटीएम कार्ड बदलकर अज्ञात ठग ने साढ़े चार लाख रुपए निकाल लिया। उसने जब चार दिन बाद एटीएम से रकम निकालने गया तब उसका अकाउंट नील हो चुका था। बाद में पता चला उसके एटीएम से ठगों ने पूरी राशि निकाल ली है।

मामले की रिपोर्ट उसने शिवरीनारायण थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात ठग के नाम से धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज किया है। सोमवार की सुबह चंदनिया पारा जांजगीर निवासी अमित तिवारी के मोबाइल में फोन आया कि उसके नाम से लाटरी लगी है। इस कारण फलां अकाउंट नंबर पर 10 हजार रुपए जमा करें। लाटरी का सामान कोरियर से भेजा जाएगा। अमित ने अकाउंट में राशि जमा नहीं कराई तो बन गया। नहीं हो तो लूट का शिकार हो जाता।
बैंक भी संदेह के दायरे में
आज भी ऐसे कई छोटे छोटे बैंक खुल रहे हैं जो अपने अकाउंट संख्या व कारोबारी बढ़ाने के फेर में कम फार्मिलिटी, जीरो बेलेंस सहित कई कमियों के बावजूद बैंक खाता खोल देते हैं। ऐसे बैंकों के अकाउंट में खाता खुलवाना आसान है क्यों कि फर्जी आईडी सहित अन्य जरूरी डस्तावेज की खानापूर्ति जरूरी नहीं रहता। इसके कारण ऐसे ही बैंकों में ऐसे कारोबार बहुत होता है।

बाहरी लोगों का हाथ
ऐसे लोगों को नाईजीरियन फ्राड कहा जाता है। ये लोग दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरियन के आसपास के देश के होते हैं। ये लोग पढ़ाई के लिए भारत आते हैं। इनके द्वारा फर्जी तरीके से ऐसे वारदात को अंजाम दिया जाता है। ऐसे लोग कई बार पकड़े गए हैं - पंकज चंद्रा, एएसपी