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तेंदू लेने जंगल गए ग्रामीणों को आई तेज दुर्गंध, पास जाकर देखा तो कबरबिज्जू की पड़ी थी लाश

Wild Animal: कबरबिज्जू की मौत का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है, पर ऐसे कयास लगाया जा रहा है कि जंगल में पानी नहीं मिलने से कबरबिज्जू की मौत हुई है। अक्सर गर्मी के मौसम में जंगल में पानी की कमी से जंगली जानवर प्यास बुझाने ग्रामीण इलाकों में आते हैं।

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तेंदू लेने जंगल गए ग्रामीणों को आई तेज दुर्गंध, पास जाकर देखा तो कबरबिज्जू की पड़ी थी लाश

तेंदू लेने जंगल गए ग्रामीणों को आई तेज दुर्गंध, पास जाकर देखा तो कबरबिज्जू की पड़ी थी लाश

कोरबा. रविवार को बालकोनगर के ग्राम बेलाकछार में कबरबिज्जु जंगल से निकलकर बेलाकछार बस्ती के बीच पेड़ में चढ़कर बैठा था। सुबह लोगों ने कबरबिजु को देखा ग्रामीणों ने वन विभाग को कॉल कर बुलाया। वन विभाग की टीम ने कबरबिज्जू को पेड़ से उतारा और उसके बाद वन विभाग की टीम के द्वारा कबरबिज्जु को जंगल में छोड़ा गया। अब बेलाकछार के जंगल में 48 घंटे बाद कबरबिज्जु की लाश मिलने से विभाग में हड़कंप मच गया है। विभाग उनकी मौत का कारण जानने का प्रयास कर रही है। मौत का स्पष्ट कारण पता नहीं चला है।

जंगल से लगे ग्राम बेलाकछार में अकसर जंगली जानवर घुस जाते है। लॉक डाउन के कारण गांव भी सुना रहता है। इस कारण जानवर जंगल से भट्टकर गांव में आ जाते है। बालकोनगर थाना अंतर्गत ग्राम बेलाकछार में रविवार को कबरबिजु देखा गया। उसके बाद उसे पेड़ से उतारा गया और जंगल में छोड़ दिया गया।

मंगलवार को सुबह ग्रामीण जंगल की ओर तेंदू लेने गये तो जंगल से तेज बदबू आ रही थी, तो ग्रामीणों ने पास जाकर देखा तो कबरबिज्जु मरा पड़ा था। उसके बाद गांव में जैसे ही इस बात की खबर फैली तो लोग देखने पहुंच गये। गर्मी में अकसर जानवर पानी की तलाश में जंगल से भटककर बस्ती में आ जाता है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि पानी नहीं मिलने से कबजबिज्जू की मौत हुई है।