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Korba News: ठेका कंपनी ने 200 कर्मचारियों को तीन माह से नहीं दिया वेतन, नाराज मजदूरों ने रोका कोल परिवहन

Korba News: कोरबा जिले में कोयला कंपनी में काम करने वाले ठेका मजदूर अपनी शोषण को लेकर आक्रोशित हैं। इससे नाराज मजदूरों ने मंगलवार को कुसमुंडा के सतर्कता चौक को जाम कर दिया।

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Korba News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कोयला कंपनी में काम करने वाले ठेका मजदूर अपनी शोषण को लेकर आक्रोशित हैं। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में किए गए काम के बदले उन्हें अभी तक वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। इससे नाराज मजदूरों ने मंगलवार को कुसमुंडा के सतर्कता चौक को जाम कर दिया।

Korba News: सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक वेतन के साथ-साथ बोनस सहित अन्य मुद्दों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। पुलिस की हस्तक्षेप के बाद लगभग एक बजे विवाद इस आश्वासन के साथ कुछ दिन के लिए टल गया कि कंपनी एक हफ्ते के अंदर मजदूरों के वेतन का भुगतान कर देगी।

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Korba News: मजदूरों ने कोयला परिवहन करने वाली गाड़ियों को रोक दिया

मजदूरों ने बताया कि एसईसीएल ने कुसमुंडा खदान में कार्य के लिए एसएसएस जीव्ही को ठेका दिया था। कंपनी ने अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में मजदूरों से कार्य कराया लेकिन उनके वेतन का भुगतान नहीं किया। वेतन भुगतान की मांग को लेकर मजदूर ठेका कंपनी के दफ्तर का चक्कर लगाते रहे लेकिन कंपनी ने वेतन भुगतान नहीं की। तब मजदूरों ने पिछली बार 26 अक्टूबर को कुसमुंडा में धरना प्रदर्शन किया था।

इसमें कंपनी ने तीन मांगों को लेकर लिखित आश्वासन दिया था। इसमें तीन माह के वेतन का भुगतान के अलावा परफार्मेंस लिंक्ड इंसेटिव स्कीम के तहत बोनस दिए जाने की बात कही थी मगर कंपनी ने अभी तक इस दिशा में कार्य नहीं किया। इससे नाराज मजदूर मंगलवार को कुसमुंडा के सतर्कता चौक पर एकत्र हुए। मजदूरों ने कोयला परिवहन करने वाली गाड़ियों को रोक दिया और मांगों के समर्थन में नारेबाजी शुरू किया। हंगामा बढ़ता देख एसईसीएल प्रबंधन के अफसर पहुंचे। पुलिस भी बुलाई गई।

मजदूर अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए थे

एसईसीएल का प्रबंधन और पुलिस मजदूरों को समझाईश दे रही थी लेकिन श्रमिक मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने मजदूरों की ओर से ठेका कंपनी के प्रबंधन से बातचीत किया तब प्रबंधन ने हफ्ते भर का समय मांगा। आश्वासन दिया कि जल्द ही मजदूरों की बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। मजदूरों ने इस बार फिर बोनस की मांग रखी तब प्रबंधन ने इस पर कानूनी प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही करने की बात कही।