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लगातार नहीं मिल पा रही उत्पाती दंतैल की लोकेशन, पल-पल की नहीं हो रही मॉनिटरिंग

Elephant : कॉलरआईडी तो लगा दिया गया लेकिन रिपोर्ट एक्सपर्ट दूसरे शहर से कर रहे मेल - स्थानीय स्तर पर कोई सुविधा नहीं

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 कॉलरआईडी तो लगा दिया गया लेकिन रिपोर्ट एक्सपर्ट दूसरे शहर से कर रहे मेल

लगातार नहीं मिल पा रही उत्पाती दंतैल की लोकेशन, पल-पल की नहीं हो रही मॉनिटरिंग

कोरबा. दंतैल को कॉलर आईडी तो लगा दिया गया है लेकिन वन विभाग को इसकी लाइव रिपोर्ट छह घंटे के अंतराल में मिल रही है। इससे पल-पल की मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है। ऐसे मेें अगर छह घंटे के बीच दंतैल का लोकेशन बदलता है तो विभाग न तो गांव को अलर्ट कर पाएगा न ही हाथी को रोकने के कोई उपाय।
पिछले सप्ताह दंतैल को छाल रेंज में ट्रैंक्यूलाइज कर कॉलर आईडी लगाने में विभाग को सफलता मिली थी, लेकिन बाद में दतैल भाग निकला था। हालांकि कॉलर आईडी लगाने का भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है, क्योंकि इससे मिले संकेतों की रिपोर्ट वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट धरमजयगढ़ और कोरबा के डीएफओ को छह-छह घंटे के अंतराल में मेल से भेज पा रहे हैं। अगर छह घंटे के बीच दंतैल ने अचानक लोकेशन बदल दिया और किसी बस्ती के करीब पहुंचता है, तो गांव को अलर्ट करना या मुनादी करा पाना मुश्किल है। दंतैल को लगाए गए कॉलर आईडी की रिपोर्ट विभाग को २४ घंटे लाइव मिलनी चाहिए, ताकि उसके हर लोकेशन के आधार पर मैदानी अमला मुनादी कराने गांव में जाए। विभाग का कहना है कि कॉलर आईडी की लाइव रिपोर्ट देखने के लिए पर्याप्त संसाधन उनके पास उपलब्ध नहीं है।

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पिछले चार दिन से दंतैल छाल रेंज में ही
पिछले चार दिन से दंतैल छाल रेेंज में ही विचरण कर रहा है। कोरबा से जाने के बाद से दंतैल थोड़ा शांत जरूर है, इसलिए अब तक कहीं से किसी नुकसान की सूचना विभाग तक नहीं पहुंची है।

एस वेंकटाचलम, डीएफओ, कोरबा

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