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बिजली बिल हॉफ योजना लागू होने के बाद भी बकाया बिल 70 करोड़ रुपए के पार

Chhattisgarh Electricity Bill : शहर में रहने वाले परिवार हर महीने औसत 207 यूनिट बिजली का उपयोग कर रहे हैं। मई की भीषण गर्मी में भी शहरी क्षेत्र में प्रति परिवार द्वारा औसतन 207 यूनिट बिजली का उपभोग किया है।

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बिजली बिल हॉफ योजना लागू होने के बाद भी बकाया बिल 70 करोड़ रुपए के पार

बिजली बिल हॉफ योजना लागू होने के बाद भी बकाया बिल 70 करोड़ रुपए के पार

कोरबा. बिजली बिल हाफ योजना लॉंच होने के बाद 207 यूनिट के बदले में प्रति माह बिजली का बिल 367 रुपए बनता है। बावजूद इसके शहर में बकाया बिजली बिल की राशि 70 करोड़ रुपए को पार (Chhattisgarh Electricity Bill ) कर गई है।

बिजली बिल गणना का नियम भी बेहद पेचिदा है। इसके लिए नियम मांग और ऊर्जा प्रभार के चार्ज उपभोक्ता को देने पड़ते हंै। शून्य ये 100 यूनिट तक बिजली के इस्तेमाल पर 2.40 रुपए ऊर्जा प्रभार तो एक रुपए नियम मांग के दर से उपभोक्ताओं पर शुल्क अधिरोपित किया जाता है। इस तरह 100 यूनिट तक बिजली के इस्तेमाल पर कुल 3.40 रुपए प्रति यूनिट के लिए चुकाने पड़ते हैं।

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इसी तरह 101 से 200 यूनिट तक 3.60 रुपए की दर से शुल्क वसूली होती है। हर बाद बढ़ते क्रम में 100 यूनिट के स्लैब में शुल्क की दरों में परिवर्तन होकर दाम बढ़ जाते हैं। इन दरों के अनुसार शहर के प्रति परिवार औसत 207 यूनिट बिजली के इस्तेमाल पर 734 रुपए का बिजली बिल बनता है।

बिजली बिल हाफ योजना लागू होने के बाद शुद्ध देयक सिर्फ 367 रुपए होता है। औसतन बिजली के इस्तेमाल के एवज में बनने वाले बिल के दाम इतने कम होने के बावजूद लोग बिल चुकाने में कोताही बरत रहे हैं। हालांकि हाफ योजना का लाभ लेने के लिए पुराना बकाया क्लियर होना अनिवार्य है। हालांकि शहरी परिवार रायपुर, बिलासपुर की तुलना में औसत कम बिजली की खपत करता है।

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शहरी क्षेत्र में 70 हजार उपभोक्ता
शहर के तीन जोन तुलसीनगर, पाड़ीमार और दर्री को मिलाकर कुल उपभोक्ताओं की संख्या 70 हजार 87 है। इसमें कई उपभोक्ता ऐसे भी है जिनके नाम पर दो-दो कनेक्शन हैं। विभाग बीपी नंबर के अधार पर उपभोक्ताओं के संख्या की गणना करता है। जितनी संख्या में बीपी नंबर जारी किए गए हैं, उसे उपभोक्ता माना जाता है।

महीने भर में खपत एक करोड़ 45 लाख यूनिट
मई की भीषण गर्मी में शहर के सभी उपभोक्ताओं ने मिलकर एक करोड़ 45 लाख आठ हजार नौ यूनिट बिजली का उपभोग किया है। हालांकि यह खपत भीषण गर्मी में उपभोक्ता की ओर से की गई है। यह उपभोग जिले के प्रति परिवार द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बिजली का औसत है।

बिजली बिल हाफ योजना के दायरे में
राज्य शासन द्वारा घोषित बिजली बिल हाफ योजना के अनुसार ऐसे उपभोक्ता जिनका मासिक उपभोग 400 यूनिट तक है, उन्हें ही योजना का लाभ दिया जा सकता है। जिले में प्रति परिवार बिजली का मासिक उपभोग औसत 207 यूनिट है, जो कि औसमतन बिजली बिल हाफ योजना के दायरे में है। इसके अनुसार जिले का प्रत्येक घरेलू उपभोक्ता शासन की बिजली बिल हाफ योजना के दायरे में आता है।

-शहर में पिछले माह के दौरान कुल उपभोग की गई बिजली (Chhattisgarh Electricity) के आधार पर प्रति परिवार द्वारा 207 यूनिट बिजली का उपयोग किया गया है। खपत कम होने के बाद भी लोग बिल चुकाने में आनाकानी करते हैं, इससे बकाया 70 करोड़ रुपए के आसपास है- राजेश कुमार ठाकुर डीई, सीएसपीडीसीएल

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