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अग्निकांड का एक मात्र दोषी ‘साहेब कलेक्शन’, संचालक पर पुलिस ने दर्ज किया केस

कोरबा. टीपीनगर कर्मिशियल काम्पलेक्स अग्निकांड का एकमात्र दोषी साहेब कलेक्शन का संचालक भूपेन्द्र सिंह गांधी को माना गया है। प्रशासन की जांच रिपोर्ट में छह बिंदुओं पर संचालक को दोषी माना गया है। प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने संचालक पर 304,34 के तहत केस दर्ज किया गया है।

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कमर्शियल काम्प्लेक्स अग्निकांड: कपड़ा दुकान के कर्मी, महिला ग्राहक और बैंक आए खातेदार की मौत

कमर्शियल काम्प्लेक्स अग्निकांड: कपड़ा दुकान के कर्मी, महिला ग्राहक और बैंक आए खातेदार की मौत

१९ जून को घटी इस घटना में तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई है। तब से अलग-अलग विभागों की टीमें जांच में जुटी हुई थी। दो दिन पहले कोरबा एसडीएम, अपर आयुक्त निगम समेत अन्य अधिकारियों की टीम मौके पर जांच करने गई थी। इस जांच के बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार की। रिपोर्ट का निष्कर्ष सामने आया है कि आग लगने से लेकर उसके फैलने और दुकानों के भीतर दम घुटने का इकलौता जिम्मेदार साहेब कलेक्शन का संचालक भूपेन्द्र सिंह गांधी ही है। प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर सीएसईबी पुलिस ने संचालक पर केस दर्ज कर लिया है।

प्रशासन की छह बिंदुओं पर रिपोर्ट

01. सबसे पहले आग साहेब कलेक्शन के दुकान के नीचे पैनल पर लगी, दुकान के कर्मी आग का वीडियो बना रहे थे। इतने बड़े दुकान में आग बुझाने के लिए सिलेंडर नहीं थे, आग को बुझाने का प्रयास नहीं किया गया।

02. जिस जगह पर आग लगी वहां से लेकर ऊपरी तल तक अवैध होर्डिंग्स और प्लाई लगाया गया था इस वजह से आग फैलकर ऊपरी तक तक भीषण रूप के साथ पहुंची।

03. काम्पलेक्स के नीचे बरामदे में साहेब कलेक्शन द्वारा अतिक्रमण कर उस जगह को संकरी कर दी गई थी।

04. जिस महिला की दुकान के भीतर मौत हुई वह चेंजिग रूम में थी। महिला को कपड़े दिखाने वाले स्टॉफ आग की सूचना मिलते ही भाग निकले। अगर महिला को तत्काल बताया गया होता तो वह अपनी जान बचाने के लिए पहले प्रयास करती, लेकिन जब वह बाहर निकली तो धुंआ भर चुका था

05. . निगम द्वारा लीज पर दिए गए हॉल की खिड़की और वेंटिलेटर को साहेब कलेक्शन ने बिना अनुमति लिए प्लाई और लकड़ी से बंद कर दिया था। अगर खिड़की खुली होती तो दम घुटने से मौत नहीं होती।

06. ऊपरी तल के पास सीढिय़ों पर भी साहेब कलेक्शन ने अपना सामान फैला कर रखा था इससे सीढिय़ों से आग दूसरे दुकानों तक पहुंचा।

0 एक्सपर्ट की राय मिली, काम्पलेक्स का स्ट्रक्चर

अग्निकांड के बाद कर्मिशियल काम्पलेक्स की स्थिति पर नगर निगम ने एक्सपर्ट से जांच कराई है। इसके मुताबिक काम्पलेक्स का स्ट्रक्चर अब भी मजबूत है। दुकानों का रिनोवेशन कराके फिर से संचालन किया जा सकता है। अब एक-दो दिनों में निगम विधिवत रूप से रिनोवेशन कराने के लिए अनुममि जारी कर देगा। काम्पलेक्स के कई हिस्से का रिनोवेशन निगम को भी करना है। घटना के बाद ११ दिन से आग वाले हिस्से में जाने पर प्रतिबंध लगा हुआ था।

व्यापारी पर पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में चेंबर्स पदयात्रा करते पहुंच कलेक्ट्रेट

व्यापारी पर पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में चेंबर्स ऑफ कामर्स द्वारा शुक्रवार को प्रदर्शन किया। अधिक संख्या में व्यापारी सुभाष चौक पर पहुंचे। जहां से कलेक्ट्रेट तक पैदल यात्रा करते हुए पहुंचे। जहां प्रशासन से मुलाकात कर मांग रखी गई। चेंबर्स का कहना था कि इस घटना में व्यापारियों को कार्रवाई करना गलत है। व्यापारियों का ही सबसे अधिक नुकसान हुआ है। अब अगर उन पर ही कार्रवाई की जाएगी तो ऐसे मेेंं दोहरी मार उनको पड़ेगी।

आग लगने, फैलने और धुंए का बाहर नहीं निकलना पड़ा भारी

साहेब कलेक्शन के संचालक पर हुए एफआईआर के पीछे जांच टीम ने तीन बिंदुओं पर मुख्य तौर पर जांच की। आग कैसे लगी, क्या आग समय पर बुझाई जा सकती थी, फैलने से रोका जा सकता था और दम घुटने की प्रमुख वजह क्या थी। इन सारे ही पहलुओं पर बात सामने आई कि अगर साहेब कलेक्शन के स्टॉफ वीडियो बनाने की बजाए आग को बुझा देते या बुझाने का प्रयास करते। संचालक ने अपने कर्मियों को इसके लिए संसाधन उपलब्ध नहीं कराया गया था। अवैध होर्डिंग्स और प्लाई के स्ट्रक्चर से आग फैलते हुए ऊपर तक पहुंची फिर धुंआ ऊपर भर गया। महिला चेंजिग रूम में थी, सारे स्टॉफ उसे बताए बगैर बाहर निकल गए।