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नकल कराने का ऐसा खेल कि यहां परीक्षार्थी का नहीं टीचर का जब्त करना पड़ा मोबाईल फोन, पढि़ए पूरी खबर

ऑब्जर्वर के प्रतिवेदन ने इस खुलासे की पुष्टि

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कोरबा

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Shiv Singh

Jun 09, 2018

ऑब्जर्वर के प्रतिवेदन ने इस खुलासे की पुष्टि

ऑब्जर्वर के प्रतिवेदन ने इस खुलासे की पुष्टि

कोरबा. एनआईओएस द्वारा सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए डीएलएड कोर्स की परीक्षा में पैसे लेकर नकल कराने के खेल का पत्रिका ने खुलासा किया था।

अब इन परीक्षाओं की निगरानी के लिए प्रशासन द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर के प्रतिवेदन ने इस खुलासे की पुष्टि कर दी है। जिस केन्द्र व स्थान का मुद्दा पत्रिका ने उठाया था। उसी केन्द्र के ऑब्जर्वर की ओर से अपर कलेक्टर को सौंपे गए प्रतिवेदन में नकल के खेल के कच्चे चि_े को खोलकर रख दिया है।

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एनआईओएस द्वारा कराए जा रहे डीएलएड कोर्स के लिए जिले भर के पांचों विकासखण्ड में कुल मिलाकर 26 अध्ययन केन्द्र बनाए गए थे जबकि परीक्षा केन्द्रों के संख्या सिर्फ छ: थी। इस कोर्स के लिए नोडल संस्था डाईट कोरबा है। शासकीय कन्या उमावि कटघोरा में 320 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। प्रशासन की ओर से शाउमावि तुमान के प्राचार्य एसएस कुशवाहा को परीक्षा की निगरानी के लिए ऑब्जर्वर के तौर पर तैनात किया गया था।

परीक्षा समाप्त होने के बाद ऑब्जर्वर ने परीक्षा के नोडल अफसर अपर कलक्टर नेपाल सिंह नैरोजी को प्रतिवेदन सौंपा है। इसके साथ सील बंद लिफाफे में जब्त किया मोबाईल फोन भी है।


जारी होगा शो कॉज नोटिस
इस तरह की परिस्थितियों के निर्मित होने के बाद ऑब्जर्वर के प्रतिवेदन के आधार पर प्रशासन की ओर से जल्द ही संबंधितों को शो कॉज नोटिस जारी किया जा सकता है। नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की संभावना है।


कक्ष क्रमांक आठ में विशेष व्यवस्था का जिक्र
ऑब्जर्वर ने प्रतिवेदन में उल्लेख किया है कि परीक्षा के पहले दिन परीक्षा केन्द्र के कक्ष क्रमांक आठ में पर्यवेक्षक के तौर पर ड्यूटी देने वाले शिक्षक द्वारा मोबाईल फोन के जरिए नकल कराने का प्रयास किया जा रहा था। शिक्षक को समझाइश भी दी गई लेकिन वह नहीं माने तो शिक्षक का मोबाईल फोन जब्त कर लिया गया।

दूसरे दिन भी परीक्षा में आश्चर्यजनक ढंग से फिर से कक्ष क्रमांक आठ में उसी पर्यवेक्षक की ड्यूटी दोबारा लगा दी गई। जिस पर केन्द्राध्यक्ष से गड़बड़ी की आशंका का जिक्र करते हुए ड्यूटी अन्य किसी कमरे में लगाने की बात कही गई। लेकिन केन्द्राध्यक्ष ने साफतौर पर इंकार कर दिया । इससे यह बात साफ है कि कुछ परीक्षार्थियों को विशेष व्यवस्था दिए जाने का पूरा इंतजाम था।


-ऑब्जर्वर का प्रतिवेदन मिला है। जिसके साथ पर्यवेक्षक का जब्त किया गया मोबाइल फोन भी है। जिससे गड़बड़ी की बात साफतौर जाहिर हो रही है। प्रतिवेदन कलक्टर को प्रेषित किया गया है। मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-नेपाल सिंह नैरोजी, अपर कलेक्टर