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पर्यटन विभाग ने खींचा हाथ, जिले का एक मात्र रिसॉर्ट हुआ बंद…

Tourism in Konkona : नेशनल हाइवे में कोनकोना में पर्यटन मंडल ने बनाया था रिसॉर्ट - बड़ा सवाल ऐसे में कैसे मिलेगा जिले के पर्यटन को बढ़ावा

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 नेशनल हाइवे में कोनकोना में पर्यटन मंडल ने बनाया था रिसॉर्ट - बड़ा सवाल ऐसे में कैसे मिलेगा जिले के पर्यटन को बढ़ावा

पर्यटन विभाग ने खींचा हाथ, जिले का एक मात्र रिसॉर्ट हुआ बंद...

कोरबा. जिले में पर्यटन विभाग (Tourism department) का एक मात्र रिसॉर्ट को बंद कर दिया गया है। अब रिसॉर्ट भी खंडहर स्थिति होने के कगार पर है। पर्यटन मंडल ने इसे चलाने से हाथ खींच लिया है। जबकि अब भी पर्यटन विभाग (Tourism department) के दस्तावेजों में यह रिसॉर्ट अब भी संचालित है। सवाल उठता है कि जिले के पर्यटन को ऐसे में कैसे बढ़ावा मिलेगा?
नेशनल हाइवे कटघोरा से अंबिकापुर मार्ग पर कोनकोना के समीप पर्यटन (Tourism in Konkona) मंडल द्वारा छह साल पूर्व इस रिसॉर्ट को बनाया गया था। इसके बनाने के पीछे उस समय तर्क ये दिया गया था कि एनएच के आसपास बांगो, बुका, टिहरीसराई, मड़ई जैसे कई बड़े टूरिस्ट स्पॉट है। जिसे प्रदेश और देशभर से लोग पहुंचते हैं। इस रिसॉर्ट में रहकर आसानी से लोगों को एक अच्छी सुविधा मिलने लगेगी। इसका प्रतिसाद भी बेहतर मिला। पर्यटन मंडल द्वारा अंबिकापुर की एक एजेंसी को इसके संचालन का जिम्मा दिया गया था। पिछले दो साल से पर्यटन मंडल द्वारा रिसॉर्ट के संचालन को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। इस वजह से रिसॉर्ट को बंद कर दिया गया है। संचालन क्यों बंद किया गया। इसके पीछे वजह क्या है? कब शुरू होगा इसकी जानकारी पर्यटन मंडल द्वारा नहीं बताई जा रही है।

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रिसॉर्ट में रखे गए आधे से ज्यादा समान हुए पार
कोनकोना में बनाए गए पंडो टूरिस्ट रिसॉर्ट में रखे गए आधे से ज्यादा समान पार भी हो गए हैं। कई कमरों में लगे फॅाल सिलिंग टूटे पड़े हैं। कमरों में गंदगी पसरी हुई है। लॉन में झाडिय़ां उग चुकी है। हॉल में गंदगी पसरी हुई है। जो समान बचा है वह खराब होने के कगार पर है। विभाग ने एक चपरासी को यहां देखरेख के लिए रखा है।

एनएच बनने के बाद रिसॉर्ट तक एप्रोच ही नहीं दिया गया
एनएच सडक़ बनने के बाद रिसॉर्ट तक एप्रोच तक नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि पर्यटन विभाग ने ही इसके लिए मांग नहीं की। इसलिए सडक़ किनारे बेरिके्टस लगा दिए गए हैं। सडक़ की ऊंचाई बढ़ गई है, रिसॉर्ट की ऊंचाई घट गई है। अगर भविष्य में पर्यटन विभाग रिसॉर्ट को शुरू करना चाहेगा फिर भी दिक्कतें बढ़ेगी।

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बाउंड्रीवाल ढहा, रात में असमाजिक तत्वों का रहता है डेरा
बाउंड्रीवाल का एक बड़ा हिस्सा भी कुछ महीने पहले ढह गया है। रात में असमाजिक तत्वों का भी यहां डेरा लगा रहता है। पर्यटन मंडल ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर जगह की तलाश की गई थी। लेकिन अब इसकी भी स्थिति खंडहर जैसे होने लगी है।

जब सबसे अधिक जरूरत, उसी समय बंद हुआ रिसॉर्ट
जिस समय रिसॉर्ट की सबसे अधिक जरूरत है उसी समय रिसॉर्ट को बंद कर दिया गया है। रिसॉर्ट से भाजपा सरकार ने चुनाव से छह माह पूर्व ही हाथ खींच लिया था। रिसॉर्ट से लगे बुका को अभी और भी डेवलेप कर दिया गया है। जहां कमरों के लिए सीजन में वेटिंग रहती है। इसके आसपास कोई रेस्ट हाउस या फिर रिसॉर्ट नहीं था। एक था उसे भी बंद कर दिया गया है।