सड़क निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई जोरों से जारी है। बिलासपुर से लेकर पाली,पतरापाली होते हुए कटघोरा तक फोरलेन सड़क का निर्माण एनएच द्वारा किया जाना है। पहले चरण में जमीन अधिग्रहण और पेड़ों की कटाई शुरु कराई गई है। कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत इस मार्ग पर फोरलेन की जद में करीब 29 हजार पेड़ आ रहे हैं। इनकी कटाई का काम वन विभाग ने शुरु कर दिया है। पेड़ों की कटाई तेजी से चल रही है।
तीन साल पहले कटघोरा से अंबिकापुर तक डबललेन सड़क के लिए करीब 22 हजार पेड़ों की बलि चढ़ाई गई थी। उस दौरान दावा किया गया था कि एक पेड़ के ऐवज में चार पौधे लगाए जाएंगे। इस हिसाब से करीब एक लाख पौधे लगाए जाने थे। इतने साल गुजर गए, लेकिन वन विभाग ने अब तक पौधरोपण नहीं किया। बताया जा रहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा इन पौधों को रोपण के लिए किसी दूसरे वनमंडलों को जिम्मा दिया है। जहां जगह पर्याप्त होती है। उन्हीं जगहों पर पौधरोपण किया जाता है।
वन विभाग को करीब 40 करोड़ की आय की उम्मीद
बताया जा रहा है कि इन पेड़ों की नीलामी से वन विभाग को लगभग 40 करोड़ की आय होगी। दरअसल पाली के आसपास के 10 किमी के हिस्से में सड़क के दोनों ओर सागौन वृक्ष की रोपणी थी। जहां हजारों की संख्या में सागौन के पेड़ हैं। इन पेड़ों की नीलामी से वन विभाग को मुनाफा जरुर होगा।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का भी असर नहीं
एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा था कि सड़क पर मोड़ हो सकते हैं, लेकिन हर मोड़ को सीधा करने के लिए सैकड़ों पेड़ों की कटाई उचित नहीं है। इसपर अगर संज्ञान लिया जाए तो हजारों पेड़ कटने से बच सकते हैं। जिन पेड़ों की कटाई हो रही है। उनमें अधिकांश पेड़ों की गोलाई काफी अधिक है। कुछ पेड़ वर्षों से लगे हुए हैं।
कटाई से लेकर परिवहन कंपनी कर रही
कागजों में पेड़ों की कटाई से लेकर परिवहन वन विभाग कर रही है, लेकिन मौके पर सड़क निर्माण करने वाली कंपनी की गाड़ियां लगी हुई है। जो कि कटाई से लेकर डिपो तक परिवहन तक कर रही है। ऐसे में संबंधित रेंज कार्यालय पर सवाल उठना लाजिमी है। कटाई से लेकर परिवहन तक में विभाग द्वारा बिल बनाकर पेश किया जा सकता है। इसपर उच्च अधिकारियों को ध्यान देने की जरुरत है।
कटघोरा से चांपा तक भी 10 हजार पेड़ कटेंगे
फोरलेन सड़क कटघोरा से कोरबा होते हुए चांपा तक बननी है। इसके लिए राजस्व विभाग द्वारा जमीन अधिग्रहण और वन अमले ने पेड़ों की गिनती पूरी कर ली है। करीब १० हजार पेड़ इस मार्ग के लिए भी कटेेगे, एक तरह से करीब १२० किमी लंबी सड़क के आसपास कुल ३३ हजार पेड़ों की कटाई होगी।