बेनकाब-बेखौफ लुटेरे दनदनाते हुए आए और लूट ले गए 27 किलो सोना…देखिए तस्वीरें…
बड़ी कमजोरी: गार्ड का काम नाम पते नोट करना
कम्पनी में सीढिय़ां चढ़ते ही गार्ड के रूप में बिना हथियार के एक कर्मचारी बबलू गुर्जर को तैनात किया हुआ है। वह पैंथर कम्पनी के मार्फत 15 जनवरी से ही यहां तैनात है। वारदात के समय भी वह वहीं था। वह सिर्फ अंदर आने-वाले ग्राहकों का नाम पता नोट करने का काम करता है।
फाइनेंस कम्पनी के सुरक्षा इंतजाम को धता बता लुटेरे आसानी से वारदात को अंजाम दे गए। कम्पनी में सीढिय़ों पर ही सीसीटीवी लगा है। आने वालों के नाम पते व मोबाइल नम्बर व कारण लिखने के बाद गार्ड चैनल गेट पर लगी घंटी बजाता है। इसके बाद ऊपर से दूसरा कर्मचारी आकर ग्रिल गेट का ताला खोलता है। व्यक्ति को अंदर लेकर हाथों-हाथ फिर ताला लगा दिया जाता है। जब व्यक्ति बाहर निकलता है तब ताला खोला जाता है। इसके बावजूद लुटेरे वारदात को अंजाम दे गए।
कोटा में सुरक्षा के नाम पर न Gun है और न Gunman… देखिए तस्वीरें…
बड़ी चिंता : ग्राहकों का तांताइधर, कम्पनी में लूट की जानकारी मिलते ही जिन ग्राहकों का सोना वहां गिरवी रखा हुआ था, उनका कार्यालय पर तांता लगा रहा। ग्राहक आकर अपने सोने की जानकारी करते रहे। कम्पनी कर्मचारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनका सोना इंश्योर्ड है। सभी को फोन कर पूरा सोना लौटाया जाएगा।
मणप्पुरम् फाइनेंस लिमिटेड के प्रबंधन ने कहा कि स्वर्ण आभूषण बीमित हैं। प्रबन्धन ने ग्राहकों को विश्वास दिलाया कि उनका कोई नुकसान नहीं होगा और उनके सोने के मूल्य के बराबर का सोना उन्हें दिया जाएगा।