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कोटा में नीट में पास करवाने का झांसा देकर बिहार के छात्र से 8.50 लाख की ठगी, बोला- OMR शीट खाली छोड़ देना

नीट यूजी परीक्षा पास करवाने का झांसा देकर शहर में कोचिंग करने आए बिहार के एक छात्र से 8.50 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है।

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कोटा

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kamlesh sharma

Aug 03, 2025

फाइल फोटो: पत्रिका

कोटा। नीट यूजी परीक्षा पास करवाने का झांसा देकर शहर में कोचिंग करने आए बिहार के एक छात्र से 8.50 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने छात्र को ओएमआर शीट खाली छोड़ने के लिए कहा था और झांसा दिया था कि उत्तर बदलवा कर 685 अंक दिलवाएंगे। यह रकम छात्र के पिता ने उसकी बहन की शादी के लिए खाते में जमा की थी, जिसे छात्र ने निकाल कर आरोपियों को दे दिया।

पीड़ित छात्र ने बताया कि उसने 27 मार्च को जवाहर नगर थाने में शिकायत दी थी। जिसका 31 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बावजूद अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। सीआई रामलक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि आरोपी व फरियादी दोनों ही अच्छे दोस्त है। फरियादी का आरोप है कि नीट परीक्षा पास करवाने के नाम पर ठगी की गई है। छात्र की शिकायत पर दस्तावेज लिए गए हैं और आरोपियों के मोबाइल बंद हैं, मामले की जांच चल रही है।

दोस्तों ने ही रची थी ठगी की साजिश

पीड़ित छात्र बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी थाना क्षेत्र के मादापुर रायती गांव का रहने वाला है। वह नीट की तैयारी के लिए कोटा आया था और राजीव गांधी नगर में फ्लैट किराए पर ले रखा था। छात्र नीट की परीक्षा देने उदयपुर गया था, जहां उसकी दोस्ती दो लड़कों से हुई। छात्र ने बताया कि पढ़ाई के दौरान जब वह मानसिक दबाव में था, तब दोनों दोस्तों ने उसे नीट में अच्छे अंक दिलवाने का झांसा दिया और इसके बदले 13 लाख रुपए की मांग की। छात्र ने अपनी बहन की शादी के लिए पिता द्वारा भेजे गए 8.50 लाख रुपए उन्हें दे दिए।

ओएमआर शीट खाली छोड़ देना

इस ठगी की शुरुआत मार्च में हुई थी। आरोपियों ने 2 लाख रुपए यूपीआई के माध्यम से अपने एक रिश्तेदार के खातों में मंगवाए, 4.50 लाख रुपए नकद लिए और 2 लाख रुपए की खरीदारी छात्र से करवाई। परीक्षा से कुछ दिन पहले आरोपियों ने छात्र को कहा कि वह नीट की ओएमआर शीट पर कुछ भी न भरें, क्योंकि एमसीसी (मेडिकल काउंसलिंग कमेटी) की ओर से उत्तर पत्रक बदल दिए जाएंगे।

परीक्षा के बाद फ्लैट पर कब्जा जमाया

परीक्षा के दो से तीन दिन बाद भी आरोपी सत्यम और अभय छात्र के फ्लैट पर जबरन रुके रहे और उस दौरान भी उससे पैसे वसूलते रहे। पीड़ित छात्र का कहना है कि उसने एक अन्य दोस्त के माध्यम से इन दोनों से संपर्क किया था, जिसने खुद भी उससे 1 लाख रुपए लिए थे। हालांकि पुलिस ने उस तीसरे युवक से समझौता करवा कर छात्र को 80 हजार रुपए वापस दिलवाए।

पैसे वापस दिलवाए जाएं

पीड़ित छात्र का कहना है कि वह मानसिक रूप से बेहद परेशान है और अब उसे इस बात का डर है कि उसकी बहन की शादी के लिए रखी गई रकम भी ठगी में चली गई है। छात्र ने मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उसके पैसे वापस दिलवाए जाएं।