10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

युवक-युवतियों की श्रेष्ठ जीवनसाथी की तलाश हुई पूरी, बंधेंगें विवाह के अटूट बंधन में

कोटा. महाराव उम्मेदसिंह स्टेडियम परिसर में अग्रवाल समाज का दो दिवसीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन रविवार को सम्पन्न हुआ। 1152 युवक-युवती शामिल हुए।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

abhishek jain

Sep 10, 2017

Agrawal Community Young Boy-Girl Introduction Conference in Kota

कोटा. महाराव उम्मेदसिंह स्टेडियम परिसर में अग्रवाल समाज का दो दिवसीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन रविवार को सम्पन्न हुआ। 1152 युवक-युवती शामिल हुए।

कोटा. महाराव उम्मेदसिंह स्टेडियम परिसर में अग्रवाल समाज का दो दिवसीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन रविवार को सम्पन्न हुआ। महाराजा श्री अग्रसेन सोशल ग्रुप के तत्वावधान में आयोजित सम्मेलन 9 युवकों के लिए खुशियों की सौगात लाया। श्रेष्ठ जीवन साथी की तलाश कर रहे इन युवकों की सम्मेलन में जोडिय़ां बन गई।

बारां के एक युवक को वहीं की एक युवती का साथ मिला, तो सांगोद के युवक का रिश्ता बपावरकलां की लड़की से तय हुआ। कोटा व बूंदी के युवक व युवती भी जीवनसाथी बनने को राजी हुए। जोडिय़ां तय होने पर परिजनों न एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी। जबकि कुछ की बातचीत का क्रम जारी रहा और वे भी जोडिय़ां बनने के प्रति आशान्वित नजर आए। आयोजकों की ओर से कुंडली मिलान के लिए पंडित व कम्प्यूटर की व्यवस्था की गई थी।

Read More: क्षमा के समंदर में द्रवित हुए मन

ग्रुप के संभागीय अध्यक्ष संजय गोयल ने बताया कि दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान देश के विभिन्न स्थानों से 1152 युवक-युवतियों का पंजीयन हुआ। इनमें से रविवार को 640 युवक व 452 युवतियों ने परिचय दिया। कई युवक-युवतियों ने दोबारा अपना परिचय दिया।

उन्होंने अपना नाम, पता, गौत्र, दादा-दादी व ननिहाल पक्ष, योग्यता व अपनी पसंद बताई। स्थानीय युवक-युवतियों के अलावा अजमेर, जयपुर, दिल्ली समेत विभिन्न स्थानों से युवक-युवती परिवार जनों के साथ परिचय देने के लिए कोटा पहुंचे। इनमें डाक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, व्यवसायी, नौकरी पेशा शामिल थे। युवकों की अपेक्षा युवतियों की संख्या कम रही।

Read More: झुके शीष, मांगी क्षमा और किया सम्मान...देखिए तस्वीरे

दहेज जैसी प्रथा को तोडऩा होगा

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व्यवसायी रघुनंदन अग्रवाल थे। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन मौजूदा समय की आवश्यकता है। इससे हम दहेज जैसी प्रथाओं को दूर करने का प्रयास कर सकेंगे। अतिथि के रूप में व्यवसायी घनश्याम गुप्ता ने कहा कि बेटियों को शिक्षित बनाओ। जितना हो सके उन्हें पढ़ाओ। उन्हें अपने पैरों पर खड़ी होने दो। आज के दौर में बेटियों को बचाने व पढ़ाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर संभागीय अध्यक्ष संजय गोयल, परमानन्द गर्ग, संयोजक जगदीश अग्रवाल, उपसंयोजक ललित ऐरन, महिला अध्यक्ष रेणु गोयल, मंत्री प्रमोद मित्तल, समेत कई लोग उपस्थित थे।

Read More: रेस्मा लागू होने के बाद भी नहीं टूटी हड़ताल

दिखाया साहस

सम्मेलन में विधवा, विधुर, तलाकशुदा ने भी परिचय दिया। गोयल के अनुसार 10 तलाकशुदा महिला, 30 से अधिक पुरुष व करीब 12 विधवा व विधुरों ने भी रूढ़ी वादिता की जंजीरें तोड़ते हुए परिचय देकर समाज के सामने मिसाल पेश की।