
कोटा .
दशहरा मेले में आयोजित वुशु प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त कर चम्बल योद्धा का खिताब हासिल करने वाली कोटा की अरूंधती चौधरी ने यूक्रेन में 14 से 16 दिसम्बर के बीच आयोजित अंतरराष्ट्रीय जूनियर महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भी चम्बल का लोहा मनवा दिया। उन्होंने शनिवार को हुए फाइनल में जीत हासिल कर गोल्ड अपने नाम कर लिया। कोच अशोक गौतम ने बताया कि चौधरी ने कजाकिस्तान खिलाड़ी को दूसरे राउंड में नॉकआउट हराकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। अरूंधती सहित भारतीय टीम की खिलाडिय़ों ने 4 स्वर्ण, 3 सिल्वर व 1 कांस्य पदक जीतकर भारतीय बॉक्सिंग को नई पहचान दी है। इससे पहले चौधरी ने राष्ट्रीय जूनियर महिला बॉक्सिंग प्रतियोगिता स्वर्ण पदक व बेस्ट बॉक्सर का खिताब अपने नाम कर कोटा व राजस्थान का नाम रोशन किया था।
पिता का सपना सच करने में जुटी अरूंधती
10वीं कक्षा में अध्ययनरत अरूंधती के पिता सुरेश चौधरी का सपना है कि उनकी बेटी ओलम्पिक में भाग लेकर कोटा ही नहीं राजस्थान व भारत का नाम रोशन करे। वे बताते हैं कि बेटी इसके लिए रोजाना 3 घंटे सुबह व 3 घंटे शाम को नियमित अभ्यास करती है। जूनियर महिला बॉक्सिंग वल्र्ड चैम्पियनशिप में भी स्वर्ण पदक प्राप्त कर उसने विश्व स्तर पर कोटा की पहचान बना दी है। पिता का सपना सच करने के साथ-साथ उसने अपने कोच अशोक गोतम को भी गुरू वशिष्ट अवार्ड से सम्मानित करने का प्रण लिया हुआ है।
रूस के लिए भी चयनित
उन्होंने बताया कि अरूंधती का चयन आगामी फरवरी में रूस में होने वाली अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के लिए भी किया गया है। यूक्रेन से वापस आने के बाद चैम्पियनशिप की तैयारी के लिए रोहतक स्थित एकेडमी में ही 1 माह का प्रशिक्षण शिविर लगा उन्हें तैयारी करवाई जाएगी।
Published on:
17 Dec 2017 07:38 pm
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