ऑक्सीजोन में करीब 2 लाख पेड़-पौधे लगाए गए हैं। इसमें 50 हजार पेड़ शामिल है। जो पार्क के आसपास के क्षेत्र में 8 किलोमीटर तक शुद्ध ऑक्सीजन दे रहे हैं। ऐसे में ये स्टूडेंट समेत लोगों को स्ट्रेस फ्री महसूस करवाने का प्रमुख स्थान बन गया है। पार्क की डिजाइन में 72 फीसदी क्षेत्र में हरियाली, 16 फीसदी हिस्से में नहर, तालाब और 12 फीसदी हिस्से में तरह-तरह की मोन्यूमेंट, सड़कें और अन्य सुविधाएं विकसित की गई है। पार्क में पेड़ों के साथ सजावटी और छायादार पेड़-पौधे, ऑक्सीजन के लिए तुलसी वन, हर्बल पौधे, खुशबू देने वाले और फूलों वाले पौधे भी लगाए गए हैं। पार्क के बीच शुद्ध पानी के बीच 12 सौ मीटर की नहर में कश्मीर की तर्ज पर शिकारा पर्यटकों को भा रहे है।
साढ़े तीन लाख लोग देख चुके ऑक्सीजोन शहर के सिटी पार्क का उद्घाटन 13 सितम्बर 2013 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था। इसके बाद से इस पार्क को अब तक साढ़े तीन लाख से अधिक लोग देख चुके है। यहां पंजाबी फिल्म समेत अनेक डोक्यूमेंट्री और वेब सीरिज की शूटिंग हो चुकी है।
71 एकड़ में बना है ऑक्सीजोन सिटी पार्क 3.50 लाख से ज्यादा लोग देख चुके एक साल में
120 करोड़ रुपए है पार्क की निर्माण लागत 1200 मीटर लंबी नहर है सिटी पार्क के बीच
2 लाख पेड़-पौधे ऑक्सीजोन में
4 ओपन थियेटर एकसाथ चलते है उल्टे पिरामिड पर 150 मीटर लंबी ऑर्टिफिशियल हिल और ग्लास टॉप रेस्टोरेंट
40 प्रकार के मोन्यूमेंट पार्क में मोह लेते है मन
इनका कहना है केडीए के अतिरिक्त मुख्य अभियंता रविन्द्र माथुर ने बताया कि ऑक्सीजोन में बनाई गई एवियरी में पक्षी रखने के लिए अनुमति मिल गई है। अब ऑक्सीजोन की एवियरी भी देशी-विदेशी पक्षियों से गुलजार हो सकेगी। इसके लिए कंपनी के जरिए पक्षियों को लाने की प्रकिया चल रही है।
कोटा के उप वन संरक्षक अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि ऑक्सीजोन की एवियरी के लिए पक्षियों को लाने की अनुमति वन विभाग ने दे दी है। यहां वाइल्ड लाइफ एक्ट की श्रेणी में आने वाले पक्षियों के अलावा अन्य पक्षी रखे जा सकेंगे।