
बीएससी नर्सिंग विद्यार्थी पढ़ेंगे कोरोना, स्वाइन फ्लू व डेंगू का पाठ
प्रदेश भर के बीएससी नर्सिंग कॉलेजों में विद्यार्थी नए सत्र से 2023 से कोरोना, स्वाइन फ्लू व डेंगू जैसी डिजिज बीमारियों के बारे में पढ़ाई करेंगे। इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने इसके लिए गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। साथ ही आरयूएचएस ने नर्सिंग कॉलेजों को अनुमति दे दी है। ऐसे में अब नर्सिंग कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम लागू होगा और उसी के अनुसार पढ़ाई होगी। 4 साल के कोर्स में 8 सेमेस्टर होंगे और 6-6 माह में परीक्षा होगी।
प्रदेश में करीब 160 नर्सिंग कॉलेज
प्रदेश में करीब 160 नर्सिंग कॉलेज है। इनमें अगले साल से सेमेस्टर सिस्टम लागू हो जाएगा। अब तक बीएससी नर्सिंग विद्यार्थियों के साल में एक ही बार परीक्षा होती थी, लेकिन सेमेस्टर सिस्टम लागू होते ही व्यवस्था बदल जाएगी।
मरीजों को मिलेगा बेहतर इलाज
सिलेबस में कई नई महत्वपूर्ण बीमारियों की पढ़ाई नहीं होने के कारण नर्सिंग कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। चिकित्सक के बाद नर्सिंग स्टाफ ही मरीजों की सबसे ज्यादा केयर करता है। नए सिलेबस में मरीजों के इलाज का नया तरीका पढ़ाई का मिलने से नर्सिंगकर्मियों को फायदा मिलेगा। सिलेबस में नई बीमारियां, इलाज, शोध व जांच की तकनीक को आधार बनाया है। सेमेस्टर सिस्टम में नम्बर की जगह क्रेडिट अंक मिलेंगे।
इनका यह कहना
आईएनसी ने नए सत्र 2023 से बीएससी नर्सिंग सिलेबस में बदलाव किया है। सेमेस्टर सिस्टम लागू किया जाएगा। इसमें नर्सिंग विद्यार्थियों को कोरोना, डेंगू, स्वाइन फ्लू जैसी डिजिज बीमारियों की पढ़ाई करवाई जाएगी। आरयूएचएस ने भी इसे सभी नर्सिंग कॉलेजों में लागू करने की अनुमति जारी कर दी है।
- डॉ. सीपी मीणा, प्रिंसिपल, राजकीय नर्सिंग कॉलेज, कोटा
Published on:
19 Sept 2022 12:25 pm
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