कोटा @ पत्रिका. मेला दशहरा में रविवार को हर-हर शंभू गूंज उठा। प्रख्यात भजन गायिका अभिलिप्सा पांडा ने एक से बढ़कर एक भजनों की ऐसी प्रस्तुति दी कि शरद पूर्णिमा की बादलों भरी रात में आध्यात्म की सरिता बह निकली। अभिलिप्सा ने मंच पर आते ही सभी वाद्य यंत्रों को प्रणाम किया। इसके बाद श्रोताओं को प्रणाम करते हुए देर से आने के लिए क्षमा याचना की