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Hadoti Weather News: नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हाड़ौती अंचल में रविवार रात से सोमवार सुबह तक कभी मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। इससे नदी-नालों में उफान आ गया। बांधों के गेट खोले गए। राज्य में सर्वाधिक बारिश भैंसरोडगढ़ में 100 एमएम दर्ज की गई। सड़कों पर पानी बह निकला। कई निचले इलाकों में पानी भर गया।
बूंदी जिले में रविवार रात हुई बारिश का दौर सोमवार सुबह दस बजे तक जारी रहा। रिमझिम व मध्यम दर्जे की बरसात होने से सड़कों पर पानी जमा हो गया। वहीं दोपहर को करीब एक घंटे तेज बारिश हुई। ऐसे में शहर के नाले उफान पर आ गए।
अचानक तेज हुई बारिश से नागदी बाजार में कुछ गाड़ियां और एक सिलेंडर बह गया, जिसे बाद में आसपास खड़े लोगों ने बहने से बचा गया। वहीं बीबनवां रोड पर नाला उफान पर आ गया। नाले का गंदा पानी बीबनवां रोड की कॉलोनियों में घुस गया। वहीं दूसरी ओर से नैनवां क्षेत्र में भी जमकर बारिश हुई। आकोदा बालाजी के नाले पर भी उफान आ गया, जिससे कुछ देर के लिए मार्ग अवरुद्ध हो गया।
बरूंधन, रामगंजबालाजी, कापरेन, नोताड़ा सहित कई जगहों पर जमकर बारिश हुई। तेज हवा चलने से धान सहित अन्य फसलें आड़ी पड़ गई। सोमवार सुबह आठ बजे तक हिण्डोली में 40, बूंदी में 23, रायथल में 27, तालेड़ा में 05, के.पाटन में 07, नैनवां में 62, इन्द्रगढ़ में 13.5 एमएम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार 7 अक्टूबर को जोधपुर, बीकानेर संभाग में बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर संभाग के कुछ भागों में हवाओं के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। ऐसे में आज भी कई जगहों पर 'तूफानी बारिश' हो सकती है। वहीं 8 अक्टूबर से राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होने व आगामी एक सप्ताह के दौरान अधिकांश भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है।
कोटा शहर में भी रविवार रात बिजली चमकी मूसलाधार बारिश हुई। उसके बाद सोमवार सुबह 9 बजे तक रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। उसके बाद मौसम खुल गया। तेज धूप खिली और उमस का वातावरण बन गया। हालात यह हो गए कि लोग पसीने से तर हो गए। दोपहर बाद फिर मौसम ने पलटा खाया और बादल छाए और दोपहर 3 बजे तेज बारिश हुई। उसके बाद मौसम में ठंडक घुल गई।
कोटा में 36 एमएम बारिश दर्ज की गई। हवा की रफ्तार 4 किमी प्रति घंटे की रही। कोटा जिले में चेचट क्षेत्र में ताकली बांध का एक गेट खोलकर पानी डिस्चार्ज किया गया। इससे खेड़ली अमझार मार्ग सुबह 9 बजे से अवरुद्ध रहा। खेड़ली हथोना मार्ग की रपट पर पानी होने के कारण मार्ग अवरुद्ध रहा। चम्बल पर बने जवाहर सागर बांध का एक गेट खोलकर 7253 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। कोटा बैराज के तीन गेट खोलकर 25929 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया।
चेचट क्षेत्र में तेज बारिश से अरलाई गांव में नदी में उफान आ गया। खेतों में पानी भरने से कटी पड़ी करीब 150 बीघा सोयाबीन की फसल बह गई। सांगोद में 68 मिमी बारिश दर्ज की गई। कुन्दनपुर व जगपुरा में तेज बारिश हुई।
बारां जिले में बरसात हुई। सर्वाधिक बरसात किशनगंज में 42 एमएम हुई। अटरु में 20, छबड़ा में 16, बारां में 15 तथा शाहाबाद में 8 एमएम बरसात दर्ज की गई। बरसात से खेतों में कटी पड़ी फसलें भीग गई।
झालावाड़ जिले में सोमवार को दिनभर बादल छाए रहे। शहर में दोपहर को हल्की बारिश हुई। खानपुर में करीब 20 मिनट बारिश हुई। जिले में हो रही बेमौसम बारिश से किसानों की सोयाबीन व उड़द की फसलें खराब हो गई।
Updated on:
07 Oct 2025 09:25 am
Published on:
07 Oct 2025 09:15 am
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