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कांग्रेस राज में गुंजल के खिलाफ मामला दर्ज,भाजपा राज में मंत्री की मौजूदगी में किया था जातिगत शब्दों से अपमानित

पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के खिलाफ मामला दर्ज,तत्कालीन कृषि मत्री की मौजूदगी में हुई बैठक में गुंजल ने किया जातिगत शब्दों से अपमानित

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कोटा

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Suraksha Rajora

Nov 21, 2019

भाजपा राज में मंत्री की मौजूदगी में विधायकों में हुई थी झड़प,कांग्रेस राज में दर्ज हुआ गुंजल के खिलाफ मामला

भाजपा राज में मंत्री की मौजूदगी में विधायकों में हुई थी झड़प,कांग्रेस राज में दर्ज हुआ गुंजल के खिलाफ मामला

कोटा. करीब डेढ़ साल पहले टैगोर हाल में विधायक चन्द्रकांता मेघवाल से अभद्रता के मामले में पुलिस ने अब मामला दर्ज किया है। घटना के दौरान राज्य में भाजपा की सरकार थी और मेघवाल रामगंजमंडी से विधायक थी। तत्कालीन प्रभारी मंत्री प्रभुलाल सैनी की मौजूदगी में बैठक के दौरान कोटा उत्तर से भाजपा के तत्कालीन विधायक प्रहलाद गुंजल ने मेघवाल से अपशब्द कहे थे। गुंजल के खिलाफ अपमानित करने व एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।

विधायक मेघवाल ने परिवाद में बताया कि 12 मई 2018 को तत्कालीन कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी की अध्यक्षता व जिले के सभी विधायकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक चल रही थी। बैठक में प्रहलाद गुंजल ने मुझे दो कोड़ी की महिला कहकर सार्वजनिक रूप से अपमानित किया। गुंजल ने कहा कि यह दो-दो कोड़ी के लोग, जिनको राजनीति में हम लेकर आए है।

वह आज इस तरह की हिम्मत कर रहे हैं। जिससे मैं स्वयं को भी काफी अपमानित एवं असुरक्षित महसूस कर रही हूं। इस घटना के बाद से काफी सदमे में एवं तनावग्रस्त हूं। गुंजल का यह कृत्य अत्याचार की श्रेणी में आता है। पहले भी गुंजल सार्वजनिक तौर पर मुझे अपमानित कर चुके हैं।

पुलिस ने बताया कि उप अधीक्षक कार्यालय केन्द्रीय वृत ने डाक से 7 नवम्बर 2019 को नयापुरा थानाधिकारी को केशवरायपाटन विधायक चन्द्रकांता मेघवाल के परिवाद भेजकर मामला दर्ज करने के आदेश दिया था। इसके तहत मामला दर्ज किया गया।


मेघवाल ने पुलिस को दिए परिवाद में कहा कि गुंजल ने 15 अप्रेल 2018 को एक समाचार पत्र में बयान दिया कि मैं मेघवाल की बातों का जवाब देना अपना लेवल नहीं समझता। यह आदतन अपराधिक प्रवृति का होने के कारण सभी वर्ग के महिला पुरुषों समेत विशेष रूप से अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों को वर्षों से अपमानित करते हुए आ रहे हैं।

जिसके कारण राजस्थान प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति के साथ-साथ सभी वर्गों की महिला पुरुषों में आक्रोश है। मेघवाल ने प्रहलाद गुंजल के विरुद्ध अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 की धारा 3 के अन्र्तगत के मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर पुलिस और प्रशासनिक उच्चाधिकारियों को अधिकारियों परिवाद दिए थे।

विधिक राय के बाद दर्ज हुआ मामला

परिवाद प्राप्त होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच में विशिष्ट लोक अभियोजक न्यायालय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण प्रकोष्ठ कोटा से परिवाद के संबंद्ध में विधिक राय प्राप्त की गई। विशिष्ट लोक अभियोजक ने विधिक राय में भारतीय दंड संहिता की धारा 504, धारा 3(1)(आर), एससी/ एसटी एक्ट का अपराध बनना बताया। इस पर पुलिस ने विधिक राय के अनुसार मामला दर्ज किया।

एक साल में 18 पत्र लिखे, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई, आहत हैं

विधायक मेघवाल के पति नरेन्द्र मेघवाल ने बताया कि पत्नी के सार्वजनिक अपमान से मैं आज तक आहत हूं। गुंजल के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक साल में मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक पत्र लिखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई के लिए 18 पत्र लिख चुका हूं। भाजपा को भी महिलाओं की इज्जत नहीं करने वाले पूर्व विधायक को तत्काल पार्टी से निकाल देना चाहिए।


सीएमएचओ के धमकी देने पर हो चुके पार्टी से बाहर

गुंजल ने भाजपा शासन में तत्कालीन सीएमएचओ को एक कर्मचारी के तबादले को लेकर धमकी थी। इस धमकी का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसकी गूंज दिल्ली तक पहुंच गई थी। इसके बाद भाजपा हाईकमान ने गुंजल को पार्टी से निकाल दिया था।

गुंजल ने सार्वजनिक अपमान किया

पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने जिस तरह मुझे भरी बैठक में अपमानित किया था, वह मैं भूल नहीं सकती। गुंजल ने न केवल मेरा सार्वजनिक अपमान किया, बल्कि महिला वर्ग को भी अपमानित किया है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

चन्द्रकांता मेघवाल, विधायक केशवरायपाटन

विधायक चन्द्रकांता मेघवाल के परिवाद पर विधिक राय के आधार पर पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के खिलाफ नयापुरा थाने में प्रकरण दर्ज कर जांच के लिए सीआईडीसीबी को भेजा है। इसके साथ ही एससी/एसटी आयोग को भी इस मामले की जानकारी भेजी गई है।
-भगवत सिंह हिंगड, वृताधिकारी