9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

देहदान है महादान, आप भी इससे बचा सकते है लोगों का जीवन

भार्गव संकलन एवं शोध संस्थान समिति की ओर से राजस्थान पत्रिका के संस्थापक कर्पूर चंद कुलिश की स्मृति में देहदान विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया।

2 min read
Google source verification
Committee on Drama in memory of Kapur Chand Kushish

कोटा .

भार्गव संकलन एवं शोध संस्थान समिति की ओर से रविवार को दादाबाड़ी स्थित राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में राजस्थान पत्रिका के संस्थापक कर्पूर चंद कुलिश की स्मृति में देहदान विषयक गोष्ठी, प्रदर्शनी व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया कार्यक्रम में वक्ताओं ने कर्पूर चंद कुलिश के संस्मरणों को याद कर इनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता बताई। साथ ही देहदान व अंगदान का महत्व बताया। मुख्य अतिथि विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि एक व्यक्ति के देहदान से कई विद्यार्थियों को सीखने को मिलता है। ये विद्यार्थी डॉक्टर बनकर समाज के लिए ही उपयोगी होते हैं। अंगदान, रक्तदान से हम दूसरों के जीवन को बचा सकते हैं। अध्यक्षता करते हुए न्यू मेडिकल कॉलेज में एनाटोमी विभाग की विभागाध्यक्ष आचार्य डॉ. प्रतिमा जायसवाल ने कहा कि विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए जितनी संख्या में देहदान होने चाहिए, उतने नहीं हो रहे। हालांकि जागृति आई है, फिर भी रेशो कम है। कोटा में 2010 में पहला देहदान हुआ। कॉलेज में 150 विद्यार्थी हैं। इनके अध्ययन के लिए हर वर्ष 10 से 15 देह की आवश्यकता होती है। 2015 में सर्वाधिक 5 देहदान हुए। डॉ. कुलवंत गौड़ ने नेत्रदान, देहदान के बारे में बताया और इसके लिए संकल्प पत्र भरवाए।

Read More: Breaking News: कोटा में गोल्ड लोन कम्पनी में दिनदहाड़े डकैती, 45 मिनट में ले उड़े 25 किलो सोना

कुलिश के जीवन से लें प्रेरणा : विशिष्ट अतिथि वेद विद्वान शिवनारायण उपाध्याय ने कुलिश के जीवन से जुड़े संस्मरण सुनाए। कहा कि पत्रिका के रूप में उन्होंने जो नींव रखी वह आज वटवृक्ष बन गई है। कुलिश के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। संस्थान के अध्यक्ष हेमराज भार्गव ने कहा कि कुलिश ने पत्रिका की विश्वसनीयता को कायम किया। कार्यक्रम में आर्य समाज के बिरधी चंद गोस्वामी, पत्रिका के डिप्टी न्यूज एडिटर धीतेन्द्र शर्मा भी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

Read More: Reservation: एसिड अटैक विक्टम के जख्मों पर लगा आरक्षण का मरहम, जानिए कैसे और कितना मिलेगा फायदा

किया सम्मान : अतिथियों ने देहदान करने वाले लोगों के परिजनों, देहदान का संकल्प लेने वाले व रक्तदान करने वाले लोगों का सम्मान किया। अध्यक्ष हेमराज भार्गव, संरक्षक सत्यनारायण शर्मा, डॉ. प्रभा गौतम, बुद्धि प्रकाश गौतम, बिरधी चंद गुप्ता, अभिजीत भार्गव, रूपपचंद वर्मा, भूपेन्द्र भार्गव, महासचिव श्याम गौतम व अन्य पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर देहदान पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई।