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Corona Attack : बाजार से गायब हुए हैंड सैनेटाइजर और मास्क

150 से 200 रुपए के बिक रहे मेडिकेटेड सैनेटाइजर  

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बाजार से गायब हुए हैंड सैनेटाइजर और मास्क

बाजार से गायब हुए हैंड सैनेटाइजर और मास्क

कोटा. कोरोना वायरस को लेकर देशभर में मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालत है। कोटा समेत प्रदेशभर में भी स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट पर है। लगातार कोरोना वायरस के मामले सामने आने की वजह से लोग सावधानियां बरत रहे हैं। डॉक्टरों ने हैंड सैनेटाइजर और मास्क लगाने की सलाह दी है। लेकिन लगातार डिमांड बढऩे की वजह से बाजार से हैंड सैनेटाइजर अचानक गायब हो गए हैं। इसके अलावा हैंड वॉश की भी किल्लत है। छोटे जनरल स्टोर के अलावा बड़े मॉल और गोदामों पर भी सैनेटाइजर उपल्बध नहीं है। पत्रिका की पड़ताल में यह बात सामने आई है।


स्कूलों ने जारी की एडवायजरी
शहर के ज्यादातर स्कूलों ने एडवायजरी जारी कर बच्चों से सेनेटाइजर साथ लाने को कहा है। कोटा में अकले निजी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की संख्या 4 से 5 लाख के करीबन है। इसके अलावा 17 लाख की आबादी वाले शहर में सैनेटाइजर की सप्लाई ठप होना चिंताजनक है।

150 से 200 रुपए के बिक
रहे मेडिकेटेड सैनेटाइजर
बाजार में मिलने वाले सामान्य सैनेटाइजर की किल्लत की वजह से लोगों को मेडिकेटेड सैनेटाइजर खरीदना पड़ रहा है। लेकिन स्टॉक कम होने की वजह से इनके दामों में भारी बढ़ोतरी हो गई है। लोगों को मेडिकल से मजबूरन 150से 200 रुपए के मेडिकेटेड सैनेटाइजर खरीदना पड़ रहे हैं।


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तेजी से डिमांड बढऩे की वजह से स्थिति गंभीर हो चली है। बड़े स्टॉकिस्ट भी इसी समस्या से जूझ रहे हैं। जल्द हालात नहीं सुधरे तो बाजार पर बड़ा असर पड़ेगा।
राकेश जैन (अध्यक्ष जीएमए)

नार्मल सेनेटाइजर स्किन पर सोखने के 2 मिनट बाद भी वायरस का असर रहता है। एल्कोहल से बनने वाले सेनेटाइजर में कुछ एंटीबायोटिक कंपाउंड होते हैं जो बैक्टीरिया को तेजी से खत्म कर देते हैं।
डॉ. मनोज सलूजा (सीनियर फिजीशियन)


कोरोना को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है। दूसरे वायरस की तुलना में कोरोना इतना जानलेवा नहीं है। कोविड-19 के मामलों में मौतों का प्रतिशत 2 से 3 फीसदी रहता है, जो बहुत ज्यादा नहीं है। साधारण फ्लू में मौतों का प्रतिशत 1 से 2 प्रतिशत तक रहता है।
डॉ कपिल भोला (सीनियर फिजीशियन)