
ट्रेन की टक्कर से मगरमच्छ की मौत
कोटा. चन्द्रेसल क्षेत्र मंें ए मगरमच्छ रेलवे ट्रेक पर कटा पड़ा मिला। वन विभाग ने मगरमच्छ के शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव का निस्तारण कर दिया। क्षेत्रीय वन अधिकारी संजय नगार ने बताया कि शुक्रवार को सुबह चन्दे्रसल क्षेत्र में रेलवे ट्रेक पर मगरमच्छ के पड़ रहने की सूचना मिली थी, इस पर विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मगरमच्छ का शव क्षत-विक्षत अवस्था में था। संभवतया ट्रेन की टक्कर से मगर मच्छ की मौत हुई।
नागर ने बताया कि यह संभव है चन्द्रेसल नदी से ट्रेक पर आ गया होगा। टीम इसे लेकर आई व तीन सदस्यीय चिकित्सकों के दल का गठन कर पोस्टमार्टम करवाया गया। वन्यजीव विभाग के चिकित्सक डॉ विलास, डॉ गणेश दाधीच व ममता ने मगरमच्छ का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम करने वाली टीम के सदस्य डॉ विलास राव ने बताया कि यह मगर मच्छ करीब पौने 8 फीट का व मादा था।
यह क्षतविक्षत अवस्था में थे। इसकी किसी भारी भरकम चीज से टकराने से मौत हुई। इसके अंदरुनी भाग मेें काफी मात्रा में रक्त बह चुका था। इसकी आयु करीब ४ साल थी।शव का पोस्टमार्टम करने के बाद इसका निस्तारण कर दिया गया। डॉ राव ने बताया कि मगरमच्छ पानी में काफी पावरफ्ल व सक्रिय होते हैं, लेकिन पानी से बाहर आने के बाद इनकी सक्रियता कम हो जाती है। यहां तक कि ये अपने आप को किसी दुर्घटना से बचा भी नहीं पाते।
Published on:
04 Sept 2020 11:13 pm
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