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Patrika Big Impact In Budget : कोटा को मिली विकास प्रा​धिकरण की सौगात

राज्य का चौथा विकास प्राधिकरण ( Kota Development Authority ) शिक्षा नगरी कोटा में गठित होगा। मुख्यमंत्री ने बजट में इसकी घोषणा कर दी है। राजस्थान पत्रिका ने इसको लेकर अभियान चलाया था। इस पर संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री ने बजट में सौगात दे दी।  

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कोटा.

राजस्थान पत्रिका का अभियान कोटा के लिए बड़ी सौगात लेकर आया है। राज्य का चौथा विकास प्राधिकरण ( Kota Development Authority ) शिक्षा नगरी कोटा में गठित होगा। मुख्यमंत्री ने बजट में इसकी घोषणा कर दी है।

राजस्थान पत्रिका ने इसको लेकर अभियान चलाया था। अब कोटा के आसपास के गांवों में भी शहरी जैसी सुविधाएं मिलेगी। करीब 100 किलोमीटर तक कोटा विकास प्राधिकारण का कार्य क्षेत्र होगा। केडीए को पर्याप्त पुलिस बल मिलेगा। पुलिस अधिकारियों के कई पद सृजित होंगे। इसमें सचिव की जगह अब आयुक्त का पद सृजित होगा। कोटा शहर में विकास कार्य मूर्त रूप ले रहे हैं। रिवरफ्रंट और ऑक्सीजोन जैसे बड़े प्रोजेक्ट पूरे होने पर कोटा पर्यटन नगरी भी बन जाएगा। ऐसे में कोटा शहर का विस्तार तेजी से बढ़ेगा।

ज्ञात है कि राज्य का तीसरा बड़ा शहर होने के बाद भी कोटा में विकास प्राधिकरण का गठन नहीं हो पाया था। जयपुर और जोधपुर के बाद अजमेर में विकास प्राधिकरण का गठन किया जा चुका है। अब कोटा की जनता भी विकास प्राधिकरण (कोविप्रा-KDA ) की मांग कर रही है। इस मुद्दे पर पत्रिका ने शहर के प्रबुद्धजन से राय जानी तो सभी ने कहा कि कोटा प्राधिकरण का हकदार है और यह तोहफा जल्द मिलना चाहिए। शहर के लोगों ने कोटा पत्रिका फेसबुक पेज पर भी खुलकर अपनी बात रखी। वर्तमान में कोटा नगर विकास न्यास (UIT Kota ) करोड़ों का बजट प्रस्तावित कर शहर में विकास करवा रहा है। कई नई योजनाएं भी प्रगतिशील है। वर्तमान में यूआईटी के जरिए ही स्मार्टसिटी के बजट से 500 करोड़ से अधिक के काम कोटा में चल रहे हैं। कोटा यूआईटी का सालाना बजट भी अजमेर व जोधपुर विकास प्राधिकरण की तुलना में काफी अधिक है।

विशेषज्ञों का मानना है कि कोटा में विकास प्राधिकरण (Kota Development Authority - KDA ) के गठन से कोटा का विजन ही बदल जाएगा। करोड़ों के बजट वाले कार्य केडीए के जरिए किए जाएंगे तो शहर के विकास का दायरा भी काफी बढ़ जाएगा। कोटा नगरीय क्षेत्र के अलावा जिले का कैथून व बूंदी जिले के केशवरायपाटन व तालेड़ा कस्बा भी शामिल किया जा सकता है। मास्टर प्लान के अनुसार 2031 के अनुसार दस साल बाद कोटा की आबादी 21 लाख होने का अनुमान है। मास्टर प्लान में नए हवाई अड्डे, तीन नए बस स्टैण्ड सहित विभिन्न सुविधाओं के लिए भूमि प्रस्तावित की गई है।