
Diwali 2022: कोटा शहर में धनतेरस से लेकर दीपावली तक करीब 35 लोग जख्मी हुए। इनमें डेढ़ साल की बालिका से लेकर युवा शामिल हैं। इनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। कई भर्ती भी है। चिकित्सकों का कहना है कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार दीपावली पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। इसके चलते जख्मी मरीजों की संख्या ज्यादा है।
अकेले दीपावली के दिन ही करीब 20 केस आए है। इनमें किसी की आंख में रॉकेट चला गया। किसी के हाथ में चकरी फट गई तो किसी के पैरों में पटाखा फट गया। सबसे ज्यादा केस अनार फूटने के आए हैं। नेत्र सर्जन डॉ. सुरेश पाण्डेय ने बताया कि 23 अक्टूबर की रात 11 बजे छीपाबड़ौद निवासी आठ वर्षीय बालिका के परिजन इमरजेंसी में दिखाने पहुंचे। किसी दूसरे का चलाया हुआ रॉकेट उसकी आंख में जा लगा।
आंख की पारदर्शी पुतली में थर्मल इंजरी होने के कारण दाहिनी आंख की रोशनी भी बहुत कम हो गई है। रॉकेट का बुरादा उसकी आंख में जम गया। ऑपरेशन कर बारूद निकाला गया। कॉर्निया क्षतिग्रस्त हुआ है। उसे ठीक होने में एक माह का समय लगेगा। बोरखेड़ा निवासी डेढ़ साल की बालिका के आंख में चकरी से चोट आई। उसका चेहरा भी झुलसा है। डीसीएम निवासी एक 14 साल के बालक के भी रॉकेट से दोनों आंख में चोट लगी है। अटरू के एक बालक के भी पटाखे से पुतली पर चोट आई है।
दिवाली पर 15 केस सामने आए:
प्लास्टिक सर्जन डॉ. आलोक गर्ग ने बताया कि पटाखे से जलने के 30 केस सामने आ चुके है। दिवाली पर सबसे ज्यादा करीब 15 केस सामने आए हैं। सबसे ज्यादा केस अनार फूटने के आए । करीब 18 लोगों के हाथ में अनार हाथ में फूटा है। करीब 8 के हाथ में चकरी ब्लॉस्ट हुई है। दो केस रॉकेट उड़ाते समय चेहरा झुलस गया। दो केस फुलझड़ी से झुलसने के आए हैं।
Published on:
26 Oct 2022 09:15 am
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