
Fake Placement Message on WhatsApp
कोटा के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में बुधवार तड़के ही सैकड़ों युवकों की भीड़ जमा हो गई। दस बजे तक जब संस्थान के ताले नहीं खुले तो इन युवकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। आईटीआई के सुरक्षा कर्मियों ने जब अचानक इतनी भीड़ इकट्ठा होने की वजह पता की तो भौंचक्के रह गए। युवकों ने बताया कि वह प्लेसमेंट के लिए आए हैं। जबकि बुधवार को आईआटीआई में राजकीय अवकाश था।
एक पखवाड़े से राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बेरोजगार युवकों के व्हाट्सएप पर प्लेसमेंट का मैसेज वायरल हो रहा था। अलवर की होंडा कार इंडिया लिमिटेड के नाम से जारी इस मैसेज में वर्ष 2010 से 2017 के बीच आईटीआई पास करने वाले लड़कों को फिटर, वेल्डर, डीजल और इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेनर के पद पर नौकरी देने की बात कही गई थी। मैसेज में 135 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से आकर्षक वेतन देने के साथ ही लंच, डिनर और ब्रेकफास्ट भी कंपनी की कैंटीन में मुफ्त ही दिए जाने का ऑफर किया गया था। मैसेज में असीमित पदों पर भर्ती के लिए तीनों राज्यों के युवाओं को ओपन इंटरव्यू के लिए 16 अगस्त बुधवार को कोटा के डीसीएम रोड स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में बुलाया गया था।
आईटीआई प्रबंधन रह गया हक्का-बक्का
व्हाट्सएप पर वायरल हो रहे इस प्लेसमेंट मैसेज को पढ़कर राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के सैकड़ों बेरोजगार युवक तड़के ही कोटा की इस आईटीआई में पहुंच गए। दस बजने तक तो हालत यह हो गई कि पूरे परिसर में कदम रखने तक के लिए जगह नहीं बची। अचानक युवकों की भीड़ उमड़ने की खबर लगते ही आईटीआई के सुरक्षा कर्मी भी मौके पर पहुंच गए और युवकों से पूछताछ करने के बाद उन्हें प्लेसमेंट कॉल के बारे पता चला। सुरक्षा कर्मियों ने जब इस बाबत प्राचार्य देवराज सिंह को बताया तो वह हक्के-बक्के रह गए। उन्होंने खुद ऐसे किसी आयोजन के बारे में जानकारी नहीं थी।
सैकड़ों बेरोजगारों के साथ हुआ धोखा
सुरक्षा कर्मियों ने जब इसकी जानकारी युवकों को दी तब जाकर पता चला कि नौकरी देने के नाम पर उनके साथ किसी ने भद्दा मजाक किया है। परेशान युवकों ने जब मैसेज में दिेए गए नंबरों पर फोन किया तो पता चला कि सारे नंबर भी फर्जी हैं। फोन उठाने वालों ने इस तरह के किसी मैसेज या कंपनी से कोई संबंध ना होने की बात कही। फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद छात्रों का धैर्य जवाब दे गया और वह आईटीआई में हंगामा करने लगे। संस्थान के सुरक्षा कर्मियों ने जैसे-तैसे उन्हें बाहर निकाल कर गेट बंद किए।
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निराश होकर घर लौटे युवक
भर्ती के लिए कोटा आए इन युवकों ने बताया कि जब कॉलेज की वेबसाइट से फोन नंबर लेकर उसपर बात की गई थी तो फोन उठाने वाले ने इंटरव्यू होने की बात कही थी। वहीं मैसेज में दिए गए नंबर पर भी बात करने पर उन्हें कोटा बुलाया गया था, लेकिन अब सभी लोग इस मैसेज को फर्जी बता रहे हैं। गनीमत यह रही कि व्हाट्सएप पर प्लेसमेंट का फर्जी मैसे वायरल होने की जानकारी मिलने के बाद निराश होकर यह बेरोजगार युवक बिना कोई बवाल मचाए अपने घरों की ओर वापस लौट गए।
Updated on:
16 Aug 2017 02:56 pm
Published on:
16 Aug 2017 12:07 pm
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