
दर्दनाक : फसलों को पानी पिला रहे किसान की सर्दी से मौत...
बूंदी. सर्दी से बसोली थाना क्षेत्र के किसान की मौत के मामले को लेकर यहां जिला चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर शुक्रवार को खूब हंगामा हुआ। शव उठाने को लेकर भाजपा नेता पांच घंटे तक अड़े रहे। वह तभी माने जब बूंदी और हिण्डोली के प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर पन्द्रह दिवस में आर्थिक मदद दिलाने की घोषणा की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बसोली थाना क्षेत्र की खेरखटा ग्राम पंचायत के मोतीपुरा गांव के एक खेत पर सुबह 35 वर्षीय उम्मेद सिंह मीणा मृत अवस्था में मिला। वह सिंचाई के लिए गया था। परिजन उसे बूंदी चिकित्सालय में लाए जहां उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर भाजपा नेता ओमेन्द्र सिंह हाड़ा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष महेश खत्री एवं भाजयुमो जिलाध्यक्ष लोकेश शर्मा सुबह आठ बजे चिकित्सालय में पहुंचे और किसान की मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकार बदलते ही किसानों को सिंचाई के लिए रात में बिजली देना शुरू कर दिया। उम्मेद सिंह खेत में सिंचाई करते वक्त सर्दी की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। चिकित्सक के पोस्टमार्टम करने के बाद शव को उठाने से मना कर दिया। यहां मौजूद भाजपा जिला उपाध्यक्ष खत्री जिला कलक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। दोपहर दो बजे हिण्डोली उपखंड अधिकारी रघुनाथ खटीक, बूंदी उपखंड अधिकारी दिवांशु शर्मा एवं हिण्डोली तहसीलदार भावना सिंह ने उन्हें किसान के परिवार को आर्थिक मदद दिलाने का भरोसा दिया तब दोपहर 2 बजे शव को उठाया।
...तो कलक्ट्रेट ले जाने पर अड़े शव
दोपहर डेढ़ बजे तक आश्वासन नहीं मिलने पर ग्रामीण और भाजपा नेताओं ने शव को एम्बुलेंस में डाल लिया और कलक्ट्रेट ले जाने लगे। इस दौरान मौजूद हिण्डोली तहसीलदार सिंह ने उन्हें रोका। वह एम्बुलेंस के आगे आकर खड़ी हो गई। इसके बाद बूंदी और हिण्डोली उपखंड अधिकारी पहुंचे जिन्होंने समझाइश कर हल निकाला।
Published on:
25 Jan 2019 10:12 pm
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