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फ्लैश बैक: हत्यारे ने पिता को दी थी धमकी, सुन ले, पुलिस को कुछ बताया तो रुद्राक्ष जिंदा नहीं बचेगा

बहुचर्चित रुद्राक्ष अपहरण एवं हत्याकांड का फैसला आते ही लोगों से खचाखच भरी अदालत के बाहर खड़े रुद्राक्ष के माता-पिता फफक-फफक कर रो पड़े।

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कोटा

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Zuber Khan

Feb 26, 2018

Rudraksh Murder case

बहुचर्चित रुद्राक्ष अपहरण एवं हत्याकांड का फैसला आते ही लोगों से खचाखच भरी अदालत के बाहर खड़े रुद्राक्ष के माता-पिता फफक-फफक कर रो पड़े। उन्होंने कहा कि इंसाफ मिलने में साढ़े तीन साल लग गए। कोर्ट ने हत्यारे को मौत की सजा देकर हमारे साथ इंसाफ किया।

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रुद्राक्ष के पिता पुनीत हांडा ने बताया कि 9 अक्टूबर की शाम 5.30 बजे बेटा पार्क में खेलने गया था। करीब 7.35 बजे करीब घर के लैंडलाइन नम्बर पर कॉल आया। घंटी लंबी थी। मुझे लगा मम्मी (सास) का कॉल आया है, इस पर मैंने श्रद्धा (पत्ïनी) को बात करने को कह दिया। मैं कुछ देर पहले ही घर आया था और उस वक्ïत टीवी देख रहा था। अपहरण की बात सुन श्रद्धा ने मुझे फोन पकड़ा दिया। सामने वाले (आरोपित अंकुर पाडिय़ा) ने कहा- 'मैंने तेरा बच्चा किडनेप कर लिया हैÓ। पहले तो मैंने सोचा कि कोई मजाक कर रहा है। फिर जब उसने काफी गाली-गलौच की और कहा कि तेरे बच्चे को कश्मीर भेज दिया है। उसने खुद का नाम जफर मोहम्मद बताया।

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उसने मुझसे फिरौती मांगी। फिरौती की रकम दो करोड़ रुपए बताई। तब तक मैं समझ चुका था कि मेरा बेटा संकट में है। मैंने उससे कहा कि इतने पैसे कहां से लाऊं तो उसने कहा कि तू बैंक मैनेजर है, पत्ïनी भी टीचर है। जितनी रकम हो सकती है, जमा कर...। कल सुबह फोन करके बताऊंगा... और फोन काट दिया। फोन काटने से पहले यह भी कहा कि 'तू पुलिस को कुछ नहीं बताएगा। बताया तो बैंक तक नहीं पहुंच पाएगा और तेरा बेटा जिंदा नहीं बचेगा।

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दादा जा ही रहे थे बुलाने
मां श्रद्धा ने बताया कि देर तक भी रूद्राक्ष पार्क से घर नहीं आया तो उसके दादा एम. एम. हांडा उसे लेने जा रहे थे। वे सीढिय़ों से उतरे ही होंगे, तभी अपहरणकर्ता का फोन आ गया।

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तेरे दोस्त को जानता हूं
अपहर्ता ने फोन पर पुनीत को यह भी कहा कि वह उसके दोस्त मनीष को जानता है। पुनीत के मुताबिक, मनीष मेरा सबसे खास मित्र है, जो रोजाना घर भी आता है। मनीष का नाम लेने पर पुलिस का माथा टनका? कहीं आरोपित का उद्देश्य पुलिस का ध्यान भटकाना तो नहीं? पुलिस ने जांच में पाया कि अपहर्ता ने सारी डिटेल खुद रूद्राक्ष से ही पूछी। माता-पिता के नाम, कामकाज, घर के लैंडलाइन नम्बर और मनीष का भी नाम। पुनीत ने बताया कि रूद्राक्ष उसके एकमात्र दोस्त मनीष को ही जानता है और उसे सिर्फ घर के लैंडलाइन नम्बर ही पता