
सुल्तानपुर. लहसुन की फसल का उचित दाम नहीं मिलने के सदमे से शनिवार सुबह एक और किसान की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, निमोदा हरिजी निवासी किसान सोहनलाल सेन (45) कुछ दिनों से लहसुन फसल का कम मूल्य मिलने से सदमे में चल रहा था। उसने 4 बीघा में लहसुन की बुआई की थी। वह साथी किसानों के साथ २४ अप्रेल को मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले की पीपलिया मंडी में लहसुन बेचने गया था। वहां उसका12 क्विंटल 59 किलो लहसुन 13.50 रुपए प्रति किलो के भाव बिका, जबकि उसे अच्छे दाम मिलने की उम्मीद थी। शुक्रवार शाम घर आने पर वह अचेत हो गया। परिजन उसे कोटा नए अस्पताल ले गए, जहां शनिवार सुबह उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
ठीक से बात भी नहीं की
ग्रामीण ओमप्रकाश बागडिय़ा व लोकेश बंजारा ने बताया कि सोहनलाल हंसमुख स्वभाव का था, लेकिन लहसुन बेचकर आने के बाद उसने किसी से ठीक से बात भी नही की।
तथ्यात्मक रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
किसान की मृत्यु के मामले में पटवारी व कानूनगो को मौके पर भेजकर पड़ताल करवाई है। परिजनों ने मृतक का पोस्टमार्टम नहीं कराया और न एफआईआर दर्ज कराई। ऐसे में मौत के कारणों के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। तथ्यात्मक रिपोर्ट पर ही कार्रवाई होगी।
नवनंद सिंह, तहसीलदार, दीगोद
काम दामों ने पहले भी ली है किसान की जान
इससे पहले बारां के रहलाई गांव में विषाक्त खाकर एक किसान ने जान दे दी थी । मृतक किसान पर कर्जा होने व लहसुन के भावों में गिरावट से हताश होकर जान देने की बात सामने आई थी । दरअसल किसान रेवड़ीलाल मेघवाल (60) के पास 15 बीघा जमीन थी इसमें सात बीघा में लहसुन बोया था। पहले ही वह कर्ज से परेशान था। ऐसे में लहसुन के टूटे भावों से वह अवसाद में आ गया था ।
Published on:
28 Apr 2018 09:29 pm
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