
मोबाइल एप से ई-केवाईसी कर आसानी से पाएं आयुष्मान कार्ड, करा सकेंगे 5 लाख का मुफ्त इलाज
यदि आप सामाजिक, आर्थिक जनगणना-2011 के चिन्हित परिवार के सदस्य हैं तो अपना आयुष्मान कार्ड जल्द से जल्द बनवा लें। इस कार्ड को आप स्वयं अपने मोबाइल से भी बना सकते हैं। आयुष्मान कार्ड की मदद से देश के किसी भी सूचीबद्ध सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करवा सकेंगे। केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत-मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना) से आयुष्मान कार्डधारियों को यह लाभ दिया जा रहा है।सीएमएचओ डॉ. जगदीश सोनी ने बताया कि जिले में सामाजिक, आर्थिक जनगणना के लक्षित करीब 1.50 लाख परिवारों के 6 लाख सदस्यों (602066 सदस्यों) में से करीब 3 लाख (292465) सदस्यों के अब तक आयुष्मान कार्ड बन चुके है। जबकि 3 लाख से अधिक (309601) सदस्य अभी भी इससे वंचित है।
डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ. गोविन्द सिंघल ने बताया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत लग रहे शिविरों के साथ ही सभी शहरी-ग्रामीण सीएचसी, पीएचसी, डिस्पेंसरी व उप केन्द्रों पर भी स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से ई-केवाईसी की जा रही है। इन केन्द्रों पर जाकर भी लाभार्थी अपने आधार कार्ड या आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नम्बर से ई-केवाईसी करवाकर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते है।जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने की 48 फीसदी उपलब्धी अर्जित हुई है। जिले में आयुष्मान कार्ड की प्रगति को लेकर जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक लेंगे।
आयुष्मान-चिरंजीवी कार्ड के लिए ऐसे करें ई-केवाईसी
गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान एप इंस्टॉल कर लॉगिन के लिए बेनेफिशरी मॉड का चयन करें। अपना मोबाइल नम्बर दर्ज करें व प्राप्त ओटीपी को दर्ज कर सत्यापन करें। इसके बाद लाभार्थी खोज का पेज प्रदर्शित होगा, जिसमें आप से संबधित सूचनाओं का चयन करें। इसके बाद लाभार्थियों की सूची प्रदशित होगी, जिसमें नारंगी कलर में प्रदर्शित नाम की ई-केवाईसी करने के लिए ईकेवाईसी का बटन दबाएं तथा इसके प्रमाणीकरण के लिए आधार ओटीपी का चयन करें। आधार संख्या को सत्यापित करें, इसके बाद प्रदर्शित घोंषणा पत्र पर स्वीकृति के लिए अनुमति का बटन दबाएं। अधार संख्या सत्यापन होने के बाद हरा टिक प्रदर्शित होगा। जिस लाभार्थी का ई-केवाईसी किया गया है। उस आधार नम्बर में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करें तथा ई-केवाईसी के लिए प्रयुक्त मोबाइल पर आया ओटीपी दर्ज करें। इस तरह ई-केवाईसी होने पर प्रमाणीकरण का मैसेज प्रदर्शित होगा। इसके साथ ही ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
Published on:
08 Jan 2024 07:13 pm
बड़ी खबरें
View Allकोटा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
