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Watch Video : चम्बल नदी का ऐसा रूप आपने पहले नहीं देखा होगा…हाड़ौती की सभी नदियां उफनी

हाड़ौती अंचल में झमाझम, कोटा बैराज के 8 व कालीसिंध बांध के 6 गेट खुले चम्बल, कालीसिंध, परवन, ताकली, मेज समेत अन्य नदियां उफान पर 10 घंटे बंद रहा राष्ट्रीय राजमार्ग 52- शाम तक रेंग-रेंग कर चलते रहे वाहन आलनिया एनिकट की पाल टूटी

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हाड़ौती अंचल के कोटा, बारां, बूंदी व झालावाड़ जिलों में गुरुवार देर शाम से शुरू हुआ बारिश का दौर शुक्रवार को दिनभर जारी रहा। कभी मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश होती रही। कोटा में चम्बल, कालीसिंध, परवन, ताकली, चन्द्रलोही नदियां उफान पर रही। कैचमेंट क्षेत्र में तेज बारिश से सुबह कोटा बैराज के 8 गेट 6-6 फीट खोलकर 68 हजार 800 क्यूसेक, जबकि मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिश होने के कारण झालावाड़ जिले के कालीसिंध बांध के 6 गेट 18 मीटर खोलकर 67 हजार 773 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।

बूंदी जिले में गुढा बांध में पानी की आवक होने से दोपहर 3 बजे दो गेट खोल कर पानी की निकासी शुरू कर दी। इससे मेज नदी में उफान आ गया।इधर, कोटा बैराज के गेट खुलने से स्टेट हाइवे 37ए रोटेदा-मंडावरा के बीच बनी पुलिया जलमग्न हो गई। वहीं बरधा बांध पर भी चादर चल गई। कोटा में 63.4 एमएम बारिश हुई। जिले के इटावा, खातौली, चेचट, सुल्तानपुर, सांगोद, मोईकलां, रामगंजमंडी, मंडाना, मोडक, रावतभाटा समेत कस्बों व गांवों में झमाझम बारिश हुई। कई मार्ग अवरुद्ध हो गए। इससे सम्पर्क कटा। बारां जिले के केलवाड़ा में एक मकान की छत भी गिर गई।

24 घंटे में अकलेरा में पांच इंच बारिश

झालावाड़ जिले अकलेरा में 131, झालावाड़ में 50, रायपुर में 31, असनावर में 32, बकानी में 29, डग में 10, झालरापाटन में 28, खानपुर में 56, मनोहरथाना में 84, पचपहाड़ में 21, पिड़ावा में 70, सुनेल में 41 एमएम दर्ज की गई। बूंदी में 83, तालेड़ा में 14, के.पाटन में 18, इन्द्रगढ़ में 32, नैनवां में 13, हिण्डोली में 44 एमएम बारिश हुई। बारां में 38 एमएम, अन्ता में 8 एमएम, मांगरोल में 20 एमएम, अटरु में 4 एमएम, शाहाबाद में 12 एमएम तथा किशनगंज में 22 एमएम बरसात हुई। वहीं भंवरगढ़ क्षेत्र समेत कई ग्रामीण इलाकों से भी बरसात के समाचार मिले हैं।

10 घंटे तक बंद रहा राष्ट्रीय राजमार्ग 52

राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर गुरुवार रात 2 बजे दरा की नाल के पास अमझार नाला ओवरफ्लो हो गया। राजमार्ग पर तीन से चार फीट पानी आ गया। इस कारण शुक्रवार सुबह 9 बजे तक कोटा-झालावाड़ जिले में आवागमन ठप रहा। कई कारें व भारी वाहन पानी में फंस गए। दोनों तरफ दस-दस किमी से अधिक लम्बा जाम लग गया। शाम पांच बजे तक भी वाहन रेंग-रेंगकर चलते रहे। एहतियात के तौर पर यहां पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। पुलिस की निगरानी में गाडिय़ों को निकाला गया। कोटा जिले में आलनिया एकनिट की पाल टूट गई।

कोटा-झालावाड़ में ये रास्ते बंद रहे

– परवन नदी उफान पर आने से बारां-झालावाड़ मेगा स्टेट हाइवे अवरूद्ध रहा।

– परवन नदी उफान पर आने से झालावाड़ जिले के मनोहरथाना से मध्यप्रदेश की ओर जाने वाला राजगढ़ मार्ग बंद हो गया। इस उपखण्ड से तीन ग्राम पंचायतों का सम्पर्क कट गया।

– कोटा के पास कैथून की चन्द्रलोही नदी में उफान से कोटा-सांगोद मार्ग बंद रहा।

– खातौली में पार्वती व कालीसिंध नदी उफान से कोटा-श्योपुर मार्ग अवरुद्ध रहा।

– चंबल झरेर पुलिया पर 8 फीट से अधिक पानी होने से खातौली-सवाईमाधोपुर मार्ग बंद।

– सुल्तानपुर में कालीसिंध नदी उफान से सुल्तानपुर-इटावा मार्ग बंद।

– सुल्तानपुर में चम्बल नदी में उफान से कोटा-बूंदी मार्ग बंद रहा।

बूंदी में ये मार्ग बंद

– समीधी-करवर मार्ग

– समीधी-उनियारा मार्ग

– रायथल-ऐबरा मार्ग

– अकतासा-तालेड़ा मार्ग

– नमाना-श्यामू मार्ग

– नमाना-बरूंधन मार्ग

– रोटेदा-मंडावरा मार्ग

– बांसी-कालानला मार्ग

बारां में ये मार्ग बंद

– परवन नदी में पानी की आवक होने से बारां-झालावाड़ मार्ग

– बारां से श्योपुर वाया खातौली मार्ग

– छीपाबड़ौद से मनोहरथाना मार्ग

– शेरगढ़ मार्ग तथा नाहरगढ़ मार्ग अवरुद्ध रहा।