
कोटा . राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आटीयू) से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्र और शिक्षक अब सोशल इंजीनियरिंग भी सीखेंगे। भावी इंजीनियरों को काम के साथ परिवार और समाज के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए विवि ने बीटेक प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम में 'ह्यूमन वैल्यूज' का पाठ्यक्रम जोड़ा है। इस प्रश्रपत्र में थ्योरी के साथ ही छात्रों को प्रेक्टिकल स्टडी भी कराई जाएगी।
आरटीयू के डीन एकेडमिक्स प्रो. एचडी चारण ने बताया कि भावी इंजीनियरों की सोशल इंजीनियरिंग मजबूत करने के लिए शैक्षणिक सत्र 2017-18 से नया पाठ्यक्रम लागू कर दिया है। जिसके एक प्रश्रपत्र में 'ह्यूमन वैल्यूज पढ़ाई जाएंगी। पूरे प्रश्र पत्र को 5 यूनिट में बांटा है। पहली यूनिट में छात्रों को इंजीनियर की नैतिक जिम्मेदारियां बताई जाएंगी, ताकि वह समझ सके कि शिक्षा का इस्तेमाल समाज हित में कैसे करेगा।
सामंजस्य स्थापित करने का हुनर
दूसरी यूनिट में छात्रों को शारीरिक और मानसिक जरूरतों का सही मूल्यांकन कर सृजनात्मकता का विकास करने, तीसरी यूनिट में परिवार और समाज के बीच रिश्तों के मूल्य को परख कर सदभाव, विश्वास और सम्मान कायम करने का हुनर सिखाया जाएगा। जबकि चौथी यूनिट में मानव मूल्यों की स्वीकार्यता और नैतिक आचरण के जरिए प्रकृति से सामंजस्य स्थापित करने की कला सिखाई जाएगी। आखिरी यूनिट के जरिए छात्रों को व्यावसायिक नीतियों में सक्षम बनाया जाएगा।
मिलेंगे 100 नंबर
प्रो. चारण ने बताया कि किताबी पढ़ाई के साथ-साथ प्रयोगात्मक कार्य भी कराए जाएंगे। पूरा प्रश्न पत्र 100 अंक का होगा। इसमें से 80 नंबर की थ्योरी और 20 अंक का प्रेक्टिकल होगा। इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षक ही इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई कराएंगे। शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए आरटीयू 8-8 दिन के विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा है। शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग बुक और छात्रों के लिए स्टडी मटेरियल भी तैयार कराया है।
Published on:
24 Jan 2018 10:39 am
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